मरते-मरते भी कर गया कुछ ऐसा…कि 8 लोगों को मिली नई जिंदगी

कोयंबटूर। मरते मरते भी एक व्यक्ति अपने जीवन को सार्थक कर गया और आठ लोगों को नई जिंदगी दे गया। मस्तिष्क से मृत 51 वर्षीय आर चेंथामराई के अंगों को यहां एक निजी अस्पताल में आठ लोगों में प्रतिरोपित किया गया। केएमसीएच की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बुधवार को बताया गया कि …
कोयंबटूर। मरते मरते भी एक व्यक्ति अपने जीवन को सार्थक कर गया और आठ लोगों को नई जिंदगी दे गया। मस्तिष्क से मृत 51 वर्षीय आर चेंथामराई के अंगों को यहां एक निजी अस्पताल में आठ लोगों में प्रतिरोपित किया गया।
केएमसीएच की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बुधवार को बताया गया कि पेशे से दर्जी एवं शहर के सिंगानल्लूर के निवासी आर चेंथामराई छह जून को एक दुर्घटना का शिकार हो गए थे और आठ जून को यहां केएमसीएच में उन्हें मस्तिष्क से मृत घोषित कर दिया गया था।
मृतक के परिवार ने आगे बढ़कर उनके अंगों को दान करने का फैसला किया। विज्ञप्ति में बताया गया कि जिगर और एक गुर्दा केएमसीएच में एक मरीज में प्रतिरोपित किया गया जबकि दूसरा गुर्दा वेल्लोर में एक निजी अस्पताल को तथा दिल चेन्नई के एक निजी अस्पताल को भेजा गया। इसमें बताया गया कि मृतक की आंखें, त्वचा और हड्डियों को यहां के एक निजी अस्पताल को भेजा गया।