सरकार से आर-पार की लड़ाई के मूड में किसान, 8 दिसंबर को भारत बंद का एलान
नई दिल्ली। कृषि कानूनों को लेकर किसानों के मन में उपजा असंतोष थमने का नाम नहीं ले रहा है। सरकार की तरफ से किसानो को समझाने के सारे प्रयास फिलहाल तो विफल ही नजर आ रहे हैं। जहां एक तरफ किसान लगातार आंदोलनरत हैं वहीं दूसरी तरफ अब किसानों ने अपने इसे आंदोलन को रफ्तार …
नई दिल्ली। कृषि कानूनों को लेकर किसानों के मन में उपजा असंतोष थमने का नाम नहीं ले रहा है। सरकार की तरफ से किसानो को समझाने के सारे प्रयास फिलहाल तो विफल ही नजर आ रहे हैं। जहां एक तरफ किसान लगातार आंदोलनरत हैं वहीं दूसरी तरफ अब किसानों ने अपने इसे आंदोलन को रफ्तार देने का फैसला किया है। जिसके तहत किसानों आठ दिसंबर को भारत बंद का एलान कर दिया है। इसके अलावा किसानों ने कल पूरे देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला फूंकने की भी घोषणा कर दी है।
सिंघु बाॉर्डर पर आज हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसानों ने कहा कि हम आंदोलन और तेज करेंगे। आठ दिसंबर को भारत बंद रहेगा, सभी टोल प्लाजा भी बंद करवाएंगे। इसके साथ ही दिल्ली आने वाले सभी रास्ते भी बंद किए जाएंगे।
आंदोलन कर रहे किसान नेताओं ने कहा कि आज तमिलनाडु में और कर्नाटक में हमारा प्रदर्शन था। अब इन किसानों को भी दिल्ली आने को बोल दिया गया है। उन्होंने कहा कि पूरे देश के किसानों से दिल्ली आने का आह्वान किया गया है। लड़ाई आर पार की होगी। पीछे हटने का सवाल ही नहीं उठता।
किसान नेता ने कहा कि कोरपोरेट फार्मिंग किसान को मंज़ूर नहीं। हम डेडलाइन नहीं दे रहे हम सरकार को बता रहे हैं स्थिति ऐसे ही रही तो हर राज्य से और जत्थे दिल्ली लाए जाएंगे। हम विश्वास नहीं रखते लेकिन लोगों में सरकार के प्रति ग़ुस्सा बहुत है।
किसान नेताओं ने कहा कि कर्नाटक में 7 दिसम्बर से 15 दिसम्बर तक विधानसभा के बाहर किसानों का धरना होगा। बंगाल में रास्ता रोको आंदोलन होगा। किसी सरकार में हिम्मत नहीं कि इस आंदोलन के आगे टिक जाए। किसानों ने कहा कि एमएसपी पर सरकार से बात चल रही है लेकिन हम तीनों कानून वापस करवा कर रहेंगे।
बता दें कि केन्द्र के नए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ लगातार नौंवे दिन शुक्रवार को भी किसानों का प्रदर्शन जारी रहा। जिसके चलते पुलिस ने दिल्ली को हरियाणा और उत्तर प्रदेश से जोड़ने वाले प्रमुख मार्ग बंद रखे। जिसके कारण राष्ट्रीय राजधानी के प्रमुख सीमा बिंदुओं पर यातायात बेहद धीमा रहा।
दिल्ली यातायात पुलिस ने ट्वीट किया, ”लोगों को दिल्ली आने के लिए एनएच-24 की बजाय अप्सरा/भोपुरा बॉर्डर से आने का सुझाव दिया गया है।” गौतमबुद्ध द्वार के पास किसानों के प्रदर्शन के कारण ‘नोएडा लिंक रोड’ पर चिल्ला बॉर्डर बंद है। लोगों को दिल्ली जाने के लिए ‘नोएडा लिंक रोड’ से बचने और डीएनडी का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया जाता है।
किसानों के केन्द्र के नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े रहने के मद्देनजर पुलिस ने सिंघु, लांपुर, औचंदी, सफियाबाद, पियाओ मनियारी और सबोली पर दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर को यातायात के लिए बंद ही रखा। दिल्ली और हरियाणा के बीच ढांसा, दौराला, कापसहेड़ा, रजोकरी एनएच-8, बिजवासन/ बजघेड़ा, पालम विहार और डूंडाहेड़ा बॉर्डर खुले हैं।