बदायूं: मिड डे मील...गौतम बुद्ध नगर में ब्लैक लिस्ट संस्था जिले में पाक साफ

बदायूं, अमृत विचार। गौतमबुद्ध नगर में ब्लैक लिस्ट हो चुकी संस्था जिम्मेदारों की मेहरबानी से काम कर रही है। बेसिक शिक्षा विभाग में झूठा शपथ पत्र देकर लगातार दो साल से स्कूलों में भोजन का वितरण किया जा रहा है। जिसकी शिकायत शासन के साथ डीएम से की गई है। डीएम ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए सीडीओ को जांच के आदेश दिए हैं।
जिला गाजियाबाद निवासी एडवोकेट विशाल जिंदल ने शिक्षा निदेशक के साथ डीएम को भेजे शिकायती पत्र में कहा है कि बदायूं जिले के बेसिक स्कूलों में अलीगढ़ की स्वंय सेवी संस्था जनहितकारी सेवा समिति संस्था पिछले दो साल से काम कर रही है। इस संस्था को खराब कार्य किए जाने पर गौतमबुद्ध नगर के जिला अधिकारी द्वारा ब्लैक लिस्ट करते हुए हटा दिया था। लेकिन संस्था ने जिला बेसिक शिक्षा विभाग कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों की मदद से स्कूलों में भोजन वितरण करने का ठेका प्राप्त कर लिया। संस्था के द्वारा किसी भी अन्य जिले में कोई कार्रवाई न होने का झूठा शपथ दिया गया था। जिसकी जांच करना भी उचित नहीं समझा गया। अभिलेखों की बिना जांच पड़ताल किए ही काम दे दिया गया। डीएम ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सीडीओ बीएसए से जांच कर आख्या प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं। जिससे संस्था के खिलाफ कार्रवाई हो सके। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि स्कूलों में एमडीएम का वितरण कर रहीं संस्थाओं के खिलाफ शिकायत हुई है। जल्द ही जांच कर रिपोर्ट डीएम के समक्ष प्रस्तुत कर दी जाएगी।
तीन सदस्यीय टीम करती है संस्थाओं का चयन
बेसिक स्कूलों में एमडीएम का वितरण करने के लिए हर वर्ष संस्थाओं का चयन किया जाता है। इसके लिए जिले में तीन सदस्यीय कमेटी गठित है। जेम पोर्टल पर आवेदन मांगे जाने के बाद एमडीएम जिला प्रभारी संस्थाओं का चयन कर पत्रावली को तैयार कर बेसिक शिक्षा अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया जाता है। इसके नामित समिति के सदस्य सीडीओ पत्रावली का अवलोकन करने के बाद अनुमोदन के लिए पत्रावली को डीएम के पास भेज देते हैं। डीएम से अनुमोदन मिलने पर संस्था काम करना शुरू कर देती है। लेकिन संस्था के चयन में कई स्तर पर पत्रावली गुजरने के बाद भी संस्था द्वारा प्रस्तुत किए गए अभिलेखों की गंभीरता से जांच नहीं की जाती। बल्कि तथ्यों को छुपा लिया जाता है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि जिला समन्वयक द्वारा जानकारी होने के बाद भी तथ्यों को छुपा लिया गया।
अन्य तीन संस्थाएं भी हो चुकी है ब्लैक लिस्ट
शिकायतकर्ता का आरोप है कि जिले के नगरीय क्षेत्र में संचालित बेसिक स्कूलों में अलीगढ़ की स्वंय सेवी संस्था जनहितकारी सेवा समिति संस्था के साथ अन्य तीन और संस्थाएं एमडीएम का वितरण कर रही हैं। इनमें से एक संस्था बागपत में और मेरठ तथा एक रामपुर में ब्लैक लिस्ट हो चुकी है। इन संस्थाओं के द्वारा भी झूठा शपथ पत्र देकर जिले में भोजन वितरण का काम हासिल कर लिया। इन संस्थाओं के चयन में जिला समन्वयक एमडीएम की भूमिका रही है। जिसकी कई बार शिकायत होने के बाद भी आज तक कार्रवाई नहीं हो सकी है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि इन संस्थाओं के साथ जिला समन्वयक की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाए।