मलिहाबाद महिला हत्याकांड: आरोपियों पर 2019 में हुई थी गैंगस्टर की कार्रवाई, नहीं रखी बीट प्रभारी ने नजर, खानापूर्ति करती रही पुलिस
11.jpg)
लखनऊ, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मलिहाबाद में महिला की दुष्कर्म और हत्या करने वाले दोनों आरोपी भाई दिनेश कुमार द्विवेदी और अजय कुमार द्विवेदी के खिलाफ 2 सितंबर 2019 में ठाकुरगंज थाने के तत्कालीन एसओ नीरज ओझा (अब इंस्पेक्टर) ने गैंगस्टर एक्ट की रिपोर्ट दर्ज की थी। उसमें दिनेश को गैंग लीडर और उसके भाई अजय व साथी शैलेश कुमार राजपूत निवासी उन्नाव को सदस्य बनाया था।
ठाकुरगंज पुलिस की इस कार्रवाई के बाद भी पुलिस इन अपराधी भाइयों पर नजर नहीं रख रही थी। निर्देश था कि बीट प्रभारी ऐसे अपराधियों पर नजर रखेंगे, साथ ही उसकी प्रतिदिन की रिपोर्ट त्रिनेत्र एप पर अपलोड करेंगे। इसके बाद भी पश्चिमी जोन की पुलिस ने कुछ नहीं किया। दोनों गैंगस्टर भाई ठाकुरगंज की आश्रयहीन कॉलोनी को छोड़कर दुबग्गा में रहने लगे और पुलिस को पता तक नहीं चला।
12 मई 2022 को पारा पुलिस ने अजय समेत पांच चोरों को गिरफ्तार कर थाना क्षेत्र की 10 चोरियों का खुलासा किया था। अजय के साथ गैंग में अविनाश शुक्ल, अजय शुक्ल, अनूप रावत और पवन कुमार गुप्ता थे। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी भाई अजय और दिनेश नशे की हालत में पहले भी छेड़छाड़, चोरी और अन्य तरह की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। लेकिन किसी ने शिकायत नहीं की, जिससे यह पकड़े नहीं गए थे।
मलिहाबाद कांड में भी वे लोग बेफ्रिक थे कि पकड़े नहीं जाएंगे। जेसीपी क्राइम बब्लू कुमार का कहना है कि ई-रिक्शा और ऑटो चालकों का सत्यापन करवाया जा रहा है। इसके साथ ही सभी जोन के डीसीपी को निर्देश दिया गया है कि, जिन अपराधियों पर मुकदमें है, उनपर नजर रखी जाए।
किसकी थी जोनल चेकिंग की ड्यूटी
कमिश्नरेट के सभी थाना क्षेत्र में रोजाना जोन चेकिंग लगाई जाती है। इसका रोस्टर भी तैयार किया जाता है, जो वरिष्ठ अधिकारियों को भी भेजा जाता है। आलमबाग से मलिहाबाद के बीच किस अधिकारी की जोनल चेकिंग की ड्यूटी थी? इस बारे में अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।
अनसुलझे सवाल
- इंस्पेक्टर मलिहाबाद ने नाइट ऑफिसर को सीयूजी क्यों नहीं दिया?
- कोतवाली की सेकेंड मोबाइल कहां गश्त कर रही थी?
- थाने ने सूचना मिलते ही चौकी इंचार्ज को सूचना क्यों नहीं दी?
भाई से फोन पर बात कर चिल्लाती रही महिला
मलिहाबाद। अयोध्या की महिला से दुष्कर्म के बाद हत्या में मलिहाबाद पुलिस की लापरवाही पर वरिष्ठ अधिकारी पर्दा डालने में जुटे हैं। इस बात की पुष्टि है कि ऑटो पर सवार महिला अंधे की चौकी के बाद फोन पर भाई के साथ 14 मिनट तक बात करती रही। भाई ने पुलिस को सूचना पहले ही दी थी। इसके बाद भी मलिहाबाद पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखायी।