Kanpur: अलग-अलग थानाक्षेत्रों में प्लास्टिक फैक्ट्री के सुपरवाइजर समेत तीन लोगों ने दी जान, फंदे पर लटके मिले शव, परिजनों में कोहराम

Kanpur: अलग-अलग थानाक्षेत्रों में प्लास्टिक फैक्ट्री के सुपरवाइजर समेत तीन लोगों ने दी जान, फंदे पर लटके मिले शव, परिजनों में कोहराम

कानपुर, अमृत विचार। शहर में 48 घंटे के भीतर सात लोगों ने फांसी लगाकर जिंदगी से नाता तोड़ लिया। मंगलवार को जहां तीन लोगों ने जान दी। वहीं बुधवार को अलग-अलग थानाक्षेत्रों में चार लोगों ने जिंदगी खत्म कर ली। परिजनों ने फांसी के फंदे पर लटकते शवों को देखा तो कोहराम मच गया। पुलिस और फोरेंसिक ने टीम ने मौके पर पहुंचकर घटना की जांच की और मोबाइल जब्त किए। 

महाराजपुर थानाक्षेत्र में छेड़खानी से तंग आकर कक्षा नौ की छात्रा ने फांसी लगाकर जान दे दी। बाजार से लौटे परिजनों ने फंदे से लटकते देखा तो पास के एक अस्पताल में भर्ती कराया। जहां तीसरे दिन उसने दम तोड़ दिया। परिजनों का गंभीर आरोप था कि पड़ोसी युवक पिछले छह माह से रास्ते में और फोन करके परेशान कर रहा था। जिस कारण उसने मौत को गले लगा लिया। 
   
सचेंडी थानाक्षेत्र के छीतेपुर निवासी 45 वर्षीय अनिल कुमार सिंह एक प्लास्टिक फैक्ट्री में सुपरवाइजर के पद पर तैनात थे। वह मूलरूप से सुल्तानपुर के रहने वाले हैं। परिजनों ने बताया कि परिवार में पत्नी सीमा सिंह के अलावा बेटे सूर्यांश और रिमझिम हैं। उन लोगों ने बताया कि  परिवार कुछ दिन पहले सुल्तानपुर गया हुआ था। मंगलवार को जब लौटा तो अनिल ने दरवाजा नहीं खोला। जिसके बाद काफी देर तक प्रयास किया गया लेकिन वह बाहर नहीं आए। इसके बाद ग्रामीणों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया। जहां उनका शव फंदे पर लटक रहा था। इसी प्रकार चकेरी थानाक्षेत्र के अहिरवां इलाके में रहने वाले महेंद्र कुमार की 28 वर्षीय पत्नी सीता ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर जान दे दी। 

ससुर शंकरलाल ने बताया कि उनका बेटा महाराष्ट्र में नौकरी करता है। उन्होंने बेटे की शादी दो वर्ष पहले की थी। बताया कि सीता की यह दूसरी शादी थी, पहले पति की हादसे में जान चली गई थी। बताया कि इन दिनों बहू की बहन भी आई हुई थी। इस दौरान मंगलवार रात सभी लोग खाना पीना खाए और अपने-अपने कमरे में चले गए। इसके बाद देर रात घटना को अंजाम दे दिया। वहीं जाजमऊ थानाक्षेत्र के मनोहर नगर इलाके में 15 वर्षीय पुत्री हबीबा समीम का संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी के फंदे पर शव लटकता मिला। 

बेटी के काफी देर तक कमरे से न निकलने पर परिजनों ने जाकर देखा तो उन्हें बेटी फंदे पर लटकी हुई मिली। आनन-फानन परिजन शव उतारकर पड़ोसियों की मदद से कांशीराम अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। तीनों मामलों में पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटना के पीछे के कारणों की जानकारी कर रही है। फिलहाल तीनों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिंग की पुष्टि हुई है।

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