अल-नीनो नहीं होगा लेकिन प्रचंड गर्मी झेलनी होगी
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हल्द्वानी, अमृत विचार: विगत वर्ष अल-नीनो के प्रभाव की वजह से गर्मी का प्रचंड रुप देखने को मिला था। साल 2024 में इतनी गर्मी पड़ी थी जितनी गर्मी पहले कभी नहीं पड़ी थी। इस साल ठंड में ला-नीना सक्रिय हुआ लेकिन वह अपेक्षाकृत कमजोर रहा। इस साल अल-नीनो का भी असर नहीं है, उसके बावजूद प्रचंड गर्मी ही देखने को मिलेगी।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार पर्यावरण में परिवर्तन हो रहा है। अब मौसम का पैटर्न बदल रहा है। गर्मी में कोई भी रियायत नहीं मिल रही है। पिछले साल कई दिनों तक लू चली थी और 10 दिन से ज्यादा 40 डिग्री से ऊपर तापमान रहा था। इस साल भी इसी तरह का मौसम देखने को मिलेगा। मार्च के पहले पखवाड़े में ही तापमान 34 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। मार्च के दूसरे पखवाड़े में तापमान तापमान और भी ज्यादा दर्ज किया जाएगा। जीबी पंत कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉ. आरके सिंह ने बताया कि दिसंबर से फरवरी के दौरान शीतकालीन बारिश काफी कम हुई। इस वजह से बर्फबारी भी कम हुई। अगर बारिश और बर्फबारी का अच्छा दौर रहता तो उसका असर भी रहता। साथ ही ला-नीना भी कमजोर ही साबित हुआ है। इस वजह से मार्च की शुरूआत में ही गर्मी शुरू हो गई। अभी तो मार्च का अंतिम सप्ताह नहीं आया है तब यह हाल हैं। अप्रैल से जून के दौरान एक बार फिर से लोगों को प्रचंड गर्मी ही देखने को मिलेगी।
साल 2017 का रिकॉर्ड टूटने का अनुमान
हल्द्वानी। 30 मार्च 2017 को हल्द्वानी में अधिकतम तापमान 36.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इस बार जो गर्मी पड़ रही है तो माना जा रहा है कि साल 2017 का रिकॉर्ड टूट जाएगा। राहत की बात यह रही कि 13 से 17 मार्च के दौरान पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया। जिस वजह से गर्मी पर एक बार ब्रेक लग गया लेकिन अब तापमान में फिर से उछाल आने के आसार हैं।
हल्द्वानी में मार्च माह में अधिकतम तापमान
साल अधिकतम तापमान
2024 35.8(30 मार्च)
2023 32.4(30 मार्च)
2022 35.6(31 मार्च)
2021 35.8(30 मार्च)
2020 31.3(25 मार्च)
2019 35.4(31 मार्च)
2018 34.8(28 मार्च)
2017 36.9(30 मार्च)
2016 34.5(31 मार्च)
2015 33.8(25 मार्च)
(तापमान डिग्री सेल्सियस में, स्रोत-मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून)