Bareilly: सेमीखेड़ा किसान सहकारी मिल का आय-व्यय और चीनी बेचने का रिकार्ड तलब

Bareilly: सेमीखेड़ा किसान सहकारी मिल का आय-व्यय और चीनी बेचने का रिकार्ड तलब

बरेली, अमृत विचार। डीएम रविंद्र कुमार ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में किसान सहकारी चीनी सेमीखेड़ा की प्रबंध कमेटी के साथ बैठक की। इस दौरान मिल को घाटे से उबारने के मुद्दे पर चर्चा की गई। डीएम ने कहा कि चीनी मिल लगातार घाटे में दिखाई जा रही है। 

उन्होंने चीनी मिल का 2023-24 वित्तीय वर्ष का वास्तविक आय-व्यय, चीनी बेचने आदि का रिकार्ड मंगलवार शाम तक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। आज की तिथि तक बैंक का लोन ब्याज सहित कितना है, यह भी पूछा है। डीएम ने कहा कि प्राइवेट चीनी मिलों में अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में पेराई शुरू हो जाती है, जबकि सरकारी चीनी मिल नवंबर के अंतिम सप्ताह में शुरू होती है, ऐसा नहीं होना चाहिए। इसपर चीनी मिल प्रबंधक ने बताया कि गन्नों के सैंपल मंगवाकर लैब में जांच कराई जाती है कि गन्ने से कितनी मात्रा में चीनी के लिए कच्चा माल निकल रहा है, तभी मिल शुरू की जाती है, जिससे भुगतान करने में भी अधिक समस्या नहीं आती है। समीक्षा के दौरान पाया गया कि चीनी मिल लगातार घाटे में दिखाई जा रही है।

प्रबंध समिति के सदस्यों ने बताया कि पुराना लोहा भी गल रहा है, उसे बिक्री कर मिल का लाभ हो सकता है। डीएम ने कहा कि चीनी मिल के रिपेयर के लिए जो धनराशि मांगी गई है, वह धनराशि जारी करने के लिए पत्र लिखें, क्योंकि नई चीनी मिल लगने तक पुरानी मिल खराब हो जाएगी। नगर मजिस्ट्रेट राजीव कुमार शुक्ल, जिला गन्ना अधिकारी सहित प्रबंध समिति के सदस्य उपस्थित रहे।

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