Bareilly: शहर की साफ हवा के नाम 13.43 करोड़ के काम...पहले अफसरों तो अब ठेकेदारों ने लटकाए !

शासन ने अगस्त 2024 में बजट जारी कर अप्रैल 2025 में सभी काम पूरे करने की तय की थी समयसीमा

Bareilly: शहर की साफ हवा के नाम 13.43 करोड़ के काम...पहले अफसरों तो अब ठेकेदारों ने लटकाए !

बरेली, अमृत विचार। वायु प्रदूषण के मामले में बदतर स्थिति में पहुंच जाने की वजह से बरेली को नॉन अटेनमेंट सिटी घोषित करने के साथ राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनकैप) के तहत नगर निगम को 13.43 करोड़ का बजट जारी किया गया लेकिन अफसर इससे प्रस्तावित काम अब तक शुरू नहीं करा पाए हैं। पहले तो अफसरों ने खुद ही टेंडर और वर्क ऑर्डर जारी करने में छह महीने से ज्यादा समय लगा दिया, अब ठेकेदार काम शुरू नहीं कर रहे हैं। तय समयसीमा के मुताबिक अब सिर्फ एक महीना ही बचा है, फिर भी काम शुरू कराने में दिलचस्पी नहीं ली जा रही है।

एनकैप के तहत शहर में अलग-अलग निर्माण कार्यों को नगर निगम के खाते में अगस्त 2024 में 13.43 करोड़ का बजट भेज दिया गया था। इस पैसे से छह सड़कों की साइड पटरी, वीआईपी रूट, सर्विस रोड और टाइल्स पटरी का निर्माण कराया जाना है। बजट जारी करने के साथ शासन ने काम पूरे करने के लिए अप्रैल 2025 की समयसीमा निर्धारित की थी लेकिन नगर निगम के अफसरों ने फरवरी तक टेंडर प्रक्रिया ही शुरू नहीं की। इस बीच डीएम ने एनकैप के कार्यों की समीक्षा की तो पाया गया कि छह महीने से खाते में बजट पड़ा होने के बावजूद प्रगति अब तक शून्य है। इस पर डीएम ने अपर नगर आयुक्त का वेतन रोक दिया था।

डीएम की नाराजगी के बाद नगर निगम के अफसरों ने टेंडर प्रक्रिया शुरू कराई। छह अलग-अलग एजेंसियों को ठेके दे दिए गए लेकिन करीब महीना भर गुजर चुका है, ठेकेदारों ने भी अब तक एक भी काम शुरू नहीं किया है। ठेकेदारों का कहना है कि उनसे अफसरों ने अब तक अनुबंध नहीं कराए हैं। इस वजह से वे काम शुरू नहीं कर पा रहे हैं।

काम शुरू न करने वाले ठेकेदारों पर कार्रवाई भी नहीं
निर्माण कार्यों में लेटलतीफी के मामले में नगर निगम के अफसर और ठेकेदार दोनों एक-दूसरे से होड़ में जुटे हुए हैं। तमाम काम टेंडर होने के बाद भी शुरू नहीं हुए हैं। एनकैप के काम शासन की महत्वपूर्ण प्राथमिकता में होने के बावजूद यह रवैया कायम है। नगर निगम के अफसरों ने पहले खुद देरी की, अब काम शुरू न करने वाले ठेकेदारों पर कोई कार्रवाई भी करने को तैयार नहीं हैं। अपनी गर्दन बचाने के लिए उन्हें एक बार नोटिस जारी कर दिए गए हैं।


नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य ने बताया कि टेंडर होने के बाद भी काम न कराने वाले ठेकेदारों पर कार्रवाई की जा रही है। अभी सैदपुर हाकिंस में ऐसे ही मामले में फर्म को ब्लैक लिस्ट किया गया है। अब निर्माण विभाग को ऐसे कामों की सूची बनाने का निर्देश दिया गया है। इसकी रिपोर्ट तैयार हो रही है। 

शहर में ये काम होने हैं एनकैप के तहत...
-1.62 करोड़ की लागत से तुलाशेरपुर मोड़ से बजरंग ढाबे तक सड़क के दोनों ओर पटरी का निर्माण।
-2.50 करोड़ की लागत से फीनिक्स मॉल रोड से चिक्कर स्कूल, रीजनल कॉलेज, व्यास वर्ल्ड होते हुए नहर रोड तक पटरी निर्माण।
-1.78 करोड़ की लागत से पुलिस लाइन में हैलिपैड के नजदीक वीआईपी रूट और सर्विस रोड का निर्माण।
-78.21 लाख की लागत से ईंट पजाया चौराहे से मूर्ति नर्सिंग होम होते हुए गंगापुर चौराहे तक सड़क के दोनों ओर सीसी टाइल्स की पटरी।
- 6.12 करोड़ की लागत से छोटी विहार से बाजार जाहिद चिकन होते हुए पीलीभीत रोड तक और आकांक्षा एन्क्लेव में मुंशीनगर होते हुए सौ फुटा रोड तक दोनों ओर पटरी निर्माण।
-62.84 लाख की लागत से मूर्ति नर्सिंग होम से धर्मकांटे चौराहे तक सड़क के दोनों ओर सीसी टाइल्स की सड़क पटरी।

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