पीलीभीत: वित्तीय अनियमितता के दोषी दो सचिवों समेत तीन को नोटिस, 15 दिन में देना होगा जवाब

पीलीभीत, अमृत विचार। ग्राम पंचायत रिछोली घासी की जांच में वित्तीय अनियमितता के दोषी पाए गए तत्कालीन सचिव समेत दो सचिवों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जिला पंचायत राज अधिकारी की ओर से जारी किए गए नोटिस में सचिवों को 15 दिन के भीतर साक्ष्य सहित स्पष्टीकरण न देने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
बीसलपुर ब्लॉक की ग्राम पंचायत रिछोला घासी निवासी देवस्वरूप गंगवार, महेंद्र पाल आदि ग्रामीणों की शिकायत पर डीएम संजय कुमार सिंह ने दो-दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर जांच करने के आदेश दिए थे। जांच कमेटी में शामिल जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी अशोक कुमार और आरईडी के जेई सालिगराम ने गांव पहुंचकर मामले की जांच की थी। जांच कमेटी ने ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव, रोजगार सेवक, अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी और बीडीओ को प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए जांच रिपोर्ट डीएम को सौंप दी थी। जांच रिपोर्ट में बड़े पैमाने वित्तीय अनियमितता पाई गई। जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम संजय कुमार सिंह ने पूर्व में ग्राम प्रधान अनीता देवी को कारण बताओ जारी किया था। साथ ही उन्होंने जांच में दोषी पाए गए तत्कालीन सचिव कमल किशोर और सचिव विजय तिवारी का जवाब तलब करने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में जिला पंचायत राज अधिकारी रोहित भारती ने तत्कालीन सचिव कमल किशोर और मौजूदा सचिव विजय तिवारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जारी नोटिस में 15 दिन के भीतर साक्ष्य सहित संतोषजनक स्पष्टीकरण न देने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
इसके अलावा जिला पंचायत राज अधिकारी ने मरौरी ब्लाक की ग्राम पंचायत बिथरा की कराई गई जांच में दोषी पाए गए तत्कालीन सचिव अमित कुमार श्रीवास्तव को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जिला पंचायत राज अधिकारी रोहित भारती ने बताया कि जिलाधिकारी द्वारा ग्राम पंचायत रिछोला घासी और बिथरा की कराई जांच में वित्तीय अनियमितता का मामला प्रकाश में आया है। जिलाधिकारी के निर्देश पर जांच में दोषी पाए गए सचिवों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
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