पीलीभीत: जल्द टूटेगा तिलिस्म...शहर समेत विनियमित क्षेत्र में अभी 10 और अवैध कॉलोनियों पर गिरेगी गाज

पीलीभीत, अमृत विचार। जनपद में बगैर नक्शा विकसित की जा रही अवैध कॉलोनियों पर जल्द ही गाज गिरेगी। डीएम ने सिटी मजिस्ट्रेट समेत सभी उप जिलाधिकारियों को बगैर नक्शा विकसित की जा रही अवैध कॉलोनियों को चिन्हित कर अभियान चलाकर कार्रवाई करने के निदेश दिए हैं। इसी कड़ी में एक दिन पूर्व सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में विनियमित क्षेत्र में पांच अवैध कॉलोनियों को बुलडोजर चला ध्वस्त करा दिया गया है। अधिकारियों की मानें तो विनियमित क्षेत्र में अब तक चिन्हित की गई 10 अन्य अवैध कॉलोनियों पर शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।
जनपद में कोरोना काल के बाद से अवैध कॉलोनियों की बाढ़ सी आई हुई है। बीते कुछ सालों में हर तरफ कॉलोनियों का मकड़जाल फैलता जा रहा है। अभी तक शहर से लेकर नगरों के आसपास ही इन अवैध कॉलोनियों की नीवें रखी जा रही थी, मगर पिछले कुछ समय यह अवैध कॉलोनियों का मकड़जाल ग्रामीण अंचलों तक पहुंच चुका है। पिछले दो-तीन साल से कॉलोनाइजरों द्वारा नियम विरुद्ध तरीके से कॉलोनियां बनाने का खेल तेजी से चल रहा है। जिले भर में इस खेल से जुड़े कॉलोनाइजर किसानों से सस्ते दामों में जमीन को खरीदकर प्लाटिंग कर रहे हैं। नियमानुसार शहरी क्षेत्र में कॉलोनी बनाने के लिए विनियमित क्षेत्र से नक्शा पास करना चाहिए, जबकि बाहरी क्षेत्र में जिला पंचायत से नक्शा पास कराने के बाद ही कॉलोनी का निर्माण कराया जा सकता है। मगर, इन नियमों की अधिकांश जगह अनदेखी हो रही है। कॉलोनाइजर बगैर नक्शा पास कराए ही कॉलोनियां बनाकर अवैध तरीके से प्लाटिंग कर रहे हैं। खास बात है कि ये कॉलोनियां बनकर तैयार भी हो गई। प्लाट भी तेजी से बिक रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार इससे बेपरवाह बने ह़ुए हैं। कार्रवाई के नाम पर सिर्फ नोटिस जारी करने का तक औपचारिकता निभाई जाती है। फिलहाल जनपद में बगैर नक्शा विकसित की जा रहे कॉलोनियों का मामला संज्ञान में आने पर डीएम संजय कुमार सिंह सख्त दिख रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट समेत सभी उप जिलाधिकारियों को अपने क्षेत्रों में बगैर नक्शे के विकसित की जा रही कॉलोनियों को चिन्हित करते हुए अभियान चलाकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। सिटी मजिस्ट्रेट समेत सभी उप जिलाधिकारियों द्वारा बगैर नक्शा विकसित की जा रही कॉलोनियों की पड़ताल शुरू की जा चुकी है।
विनियमित क्षेत्र में महज 65 कॉलोनियां वैध
विनियमित क्षेत्र के सरकारी आंकड़ों पर गौर करें तो सिर्फ 65 कॉलोनियां ही वैध श्रेणी में है। इसमें वह कॉलोनियां भी शामिल हैं, जिसमें आबादी बसाई जा चुकी है। सालों से लोग रह भी रहे हैं। जबकि बड़ी संख्या में कॉलोनोइजर नई-नई कॉलोनियां काट रहे हैं। जिनका कोई लेखाजोखा जिम्मेदारों के पास नहीं है।
जिलाधिकारी द्वारा पिछले दिनों बगैर नक्शा बनाई जा रही कॉलोनियों के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। विनियमित क्षेत्र सहित तहसील क्षेत्रों में ऐसी कॉलोनियों को चिन्हित किया जा रहा है। पांच कॉलोनियों पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जा चुकी है। शेष अन्य चिन्हित की गई कॉलोनियों पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। - विजय वर्धन तोमर, सिटी मजिस्ट्रेट।