Lucknow University: ताजिकिस्तान के उच्च शिक्षा संस्थानों को गुरुमंत्र देगा एलयू, साइन हुआ MoU

Lucknow University: ताजिकिस्तान के उच्च शिक्षा संस्थानों को गुरुमंत्र देगा एलयू, साइन हुआ MoU

लखनऊ, अमृत विचार: लखनऊ विश्वविद्यालय ताजिकिस्तान की उच्च शिक्षा को वैश्विक आवश्यकताओं के समकक्ष खड़ा करने में महत्वपूर्ण भूमिका करने जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी की ताजिकिस्तान यात्रा के बाद ताजिक सरकार के आमंत्रण पर लखनऊ विश्वविद्यालय, का छह सदस्यीय दल वहां गया है। दल में शामिल कुलपति डॉ. आलोक राय, डॉ. आरपी सिंह, डॉ. गीतांजली मिश्रा, डॉ. केया पाण्डेय और डॉ. भूपेंद्र सिंह ताजिक शिक्षा के अध्ययन के साथ भारत-ताजिकिस्तान सांस्कृतिक संबंध के लिए सेतु की संभावनाएं भी तलाश रहे हैं।

इस समय दो दर्जन ताजिक छात्र लखनऊ विश्वविद्यालय में अध्ययनरत हैं। विश्वविद्यालय और ताजिक राष्ट्रीय विश्वविद्यालय मिलकर ज्ञान के आदान प्रदान के साथ ही सहयोग के नए आयाम खोलने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। राजधानी दुशांबे में लखनऊ विश्वविद्यालय और ताजिक राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय और ताजिकिस्तान राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति राजाबजोदा फरीदुन, ताजिक राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय मामलों के उपकुलपति गफ्फोरजोदा इलियोस और ताजिक राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के विज्ञान के उपकुलपति सफरमहमदजोदा ने हस्ताक्षर किए हैं।

इन बिंदुओं पर हुआ समझौता

दोनों पक्षों ने ज्वाइंट और डुअल डिग्री कार्यक्रमों की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, फार्मा सुरक्षा, फार्मेसी और प्रौद्योगिकी, सांस्कृतिक शब्दावली निर्माण के क्षेत्रों में चर्चा की गई और सहयोग पर मंथन हुआ। ताजिक शिक्षकों ने लखनऊ विश्वविद्यालय की वैश्विक भागीदारी और उदार अंतर्राष्ट्रीय संबंधों की सराहना की है। प्रतिनिधिमंडल ताजिक अधिकारियों, शैक्षणिक संस्थानों और अन्य शैक्षिक हितधारकों से मुलाकात कर रहा है।

कृषि पर निर्भर है ताजिकिस्तान

ताजिकिस्तान पूर्व सोवियत गणराज्यों में सबसे गरीब देश है। जिसका प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद 2020 में 874 अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान है। 2019 में सकल घरेलू उत्पाद 8.117 बिलियन अमेरिकी डॉलर था, जिसमें से 20 प्रतिशत कृषि क्षेत्र से था। एल्युमीनियम और कपास यहां भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। कृषि क्षेत्र राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 20 प्रतिशत का योगदान देता है।

लखनऊ विश्वविद्यालय और ताजिकिस्तान उच्च शिक्षा के बीच सांस्कृतिक और अकादमिक विनिमय होगा, जिससे दोनों देशों के छात्रों का ज्ञानवर्धन होने के साथ आपसी सहयोग बेहतर होगा।

डॉ. आरपी सिंह, अंग्रेजी विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय

पूर्व छात्रों को भी एकमंच पर लाया गया है। लखनऊ विश्वविद्यालय अलुमनाई एसोसिएशन का ताजिकिस्तान चैप्टर हमारे अलुमनाई के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा। लविवि और ताजिकिस्तान शिक्षा के विनिमय का समझौता का प्रभाव दूरगामी होगा।

डॉ. आलोक कुमार राय, कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय

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