Moradabad : सुप्रसिद्ध हास्य-व्यंग्य कवि डॉ. मक्खन मुरादाबादी का निधन, लोगों ने जताया शोक

कवि, साहित्यकार व अन्य लोगों ने जताया दुख

Moradabad : सुप्रसिद्ध हास्य-व्यंग्य कवि डॉ. मक्खन मुरादाबादी का निधन, लोगों ने जताया शोक

मुरादाबाद। सुप्रसिद्ध हास्य-व्यंग्य कवि डॉ. मक्खन मुरादाबादी का निधन होने पर लोगों ने शोक जताया है। वह बीमार चल रहे थे और इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। अपनी रचनाओं और हास्य-व्यंग्य के लिए वह विख्यात थे। मक्खन मुरादाबादी ने साहित्य जगत में एक अलग पहचान बनाई थी। वह साहित्य के विभिन्न मंचों पर अपनी रचनाओं के माध्यम से हास्य व्यंग्य विधा में कड़वी सच्चाइयों को प्रस्तुत करते थे।उनके निधन पर  साहित्य और कला जगत के अलावा अन्य लोग भी शोक जता रहे हैं। कवि व नवगीतकार योगेंद्र वर्मा व्योम ने अपनी ओर से श्रद्धांजलि दी है।

उन्होंने कहा कि सुप्रसिद्ध हास्य व्यंग्य कवि डॉ मक्खन मुरादाबादी का आकस्मिक निधन हो गया है। ईश्वर से प्रार्थना है कि वह उन्हें अपने चरणों में स्थान दें व उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। उन्होंने बताया कि विख्यात हास्य-व्यंग्य कवि अर्जित डाॅ. मक्खन मुरादाबादी का शनिवार को दोपहर 1ः30 बजे मुरादाबाद स्थित आवास पर ही निधन हो गया, वह लम्बे समय से गंभीर रूप से अस्वस्थ चल रहे थे।  

ग्राम-ततारपुर रोड ज़िला-सम्भल में 12 फरवरी 1951 को जन्में मक्खन मुरादाबादी का वास्तविक नाम डाॅ. कारेन्द्रदेव त्यागी था। उनकी प्रारम्भिक शिक्षा ग्रामीण अंचल के विद्यालय में ही हुई फिर आप अग्रेतर शिक्षा हेतु मुरादाबाद आ गए। आरएन इंटर काॅलेज से ग्यारहवीं करने के दौरान ही उनके भीतर कविता का अंकुर फूटा। बाद उन्होंने हिन्दी में स्नातकोत्तर तथा प्रोफेसर महेन्द्र प्रताप के मार्गदर्शन में पी.एच.डी. भी की।

1970 से कवि सम्मेलनों के मंचों पर वह कविता पाठ करते आ रहे थे। लगभग 5 दशकीय कविता-यात्रा में प्रचुर सृजन उपरान्त 51 कविताओं का प्रथम संग्रह ‘कड़वाहट मीठी सी’ के रूप में वर्ष 2019 में प्रकाशित हुआ। फिर वह गीतों की ओर मुड़ गए और उनके गीत-संग्रह के रूप में उनकी दूसरी पुस्तक ‘गीतों के भी घर होते हैं’ वर्ष 2023 में आई। देशभर की अनेक संस्थाओं से वह सम्मानित भी हुए। वहीं कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष प्रवक्ता सुधीर पाठक ने अपने शोक संवेदना में कहा कि मक्खन मुरादाबादी का निधन महानगर के हिंदी साहित्य प्रेमियों की व्यक्तिगत क्षति है। महानगर की एक और धरोहर अनंत में विलीन हो गई। उनके निधन पर भावपूर्ण नमन एवं विनम्र श्रद्धांजलि देता हूं।

ये भी पढ़ें : मुरादाबाद : मुंशी को चकमा देकर ट्रक चालक 50 लाख का लहसुन लेकर हुए फरार, रिपोर्ट दर्ज