मुरादाबाद : प्राचीन गौरी शंकर मंदिर की खोदाई व सफाई में मिला प्राचीन शिवलिंग-मूर्तियां, शिकायत पर DM ने कराई थी जांच

मुरादाबाद : प्राचीन गौरी शंकर मंदिर की खोदाई व सफाई में मिला प्राचीन शिवलिंग-मूर्तियां, शिकायत पर DM ने कराई थी जांच

मुरादाबाद। महानगर के नागफनी क्षेत्र के झब्बू के नाला इलाके के प्राचीन गौरी शंकर मंदिर की सफाई और खोदाई का काम सोमवार को जिलाधिकारी अनुज सिंह के आदेश पर शुरू हुआ। खोदाई और सफाई के दौरान मंदिर में भगवान शिव, गणेश, नंदी आदि की मूर्तियां मिलीं हैं। उप जिलाधिकारी सदर राम मोहन मीना के नेतृत्व में प्रशासन और उनके साथ नगर निगम टीम की ओर से सहायक अभियंता रईस अहमद और स्थानीय थाने और सर्किल के पुलिस अधिकारी और भारी पुलिस बल की मौजूदगी में काम चला।

मंदिर को खोलने की मांग को लेकर पिछले दिनों सेवाराम ने स्थानीय लोगों के साथ कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिया था। जिस पर जिलाधिकारी अनुज सिंह ने उप जिलाधिकारी सदर को मौके पर जाकर निरीक्षण व जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया था। जिस पर उप जिलाधिकारी ने मौके पर 27 दिसंबर को पहुंच कर शिकायतकर्ता के साथ ही स्थानीय लोगों से जानकारी ली थी। इसमें पाया गया था कि मंदिर खुला है इस पर किसी का कब्जा या विरोध नहीं था। एक किन्नर उसकी सफाई आदि करती थी। कुछ दीवार अवैध रूप से बने होने की बात सामने आई थी। जिससे मंदिर में आवागमन में अवरोध बन रहा था। जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिया था कि सभी अवरोधों को हटाकर मंदिर की साफ सफाई कराकर वहां पर पूजा अर्चना सुचारू रूप से कराई जाए।

इसके क्रम में मंदिर की सफाई कराने के लिए उप जिलाधिकारी सदर राम मोहन मीना सोमवार को नगर निगम और पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। खोदाई और सफाई के दौरान वहां पर भगवान शिव, नंदी, गणेश आदि की मूर्तियां मिलीं। जिनकी सफाई का काम चल रहा है। मौके पर कानून व्यवस्था के लिए भारी पुलिस बल भी मौजूद है। मौके से कई प्राचीन मूर्तियों के निकलने की जानकारी उप जिलाधिकारी ने दी है। बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर टीम काम कर रही है।

उप जिलाधिकारी सदर राम मोहन मीना ने बताया कि प्राचीन गौरीशंकर मंदिर को मूल स्वरूप में लाने के लिए टीम ने सफाई व खोदाई कराई है। इसके दौरान प्राचीन शिवलिंग भी मिला है। इसके अलावा कुछ देवताओं की खंडित मूर्तियां भी मिली हैं। मलबे की सफाई कराई जा रही है। मंदिर को मूल स्वरूप में लाने के लिए अभी काम जारी रहेगा। कहीं विरोध या तनाव की स्थिति नहीं है। फिर भी स्थिति पर पूरी नजर रखी जा रही है। प्रशासन के साथ नगर निगम और पुलिस टीम भी काम कर रही है। मंगलवार को भी काम जारी रहेगा।

परदादा भीमसेन के द्वारा स्थापित मंदिर खुलवाने की मांग की थी
महानगर के 100 साल पुराने गौरी शंकर मंदिर को खुलवाने की मांग को लेकर लाइनपार मझोला निवासी सेवाराम व अन्य लोगों ने 26 दिसंबर को गुरुवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया था। उन्होंने जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर बताया था कि जब भी मंदिर खोलने का प्रयास करते हैं तो दूसरे समुदाय के लोग उनसे झगड़े पर उतारू हो जाते हैं। जानमाल की धमकी देते हैं। मामले में कार्रवाई कर मंदिर खुलवाने की मांग की थी। भोलानाथ ट्रेडर्स के पास लाइनपार मझोला के निवासी सेवाराम पुत्र रामगोपाल ने बताया था कि उनके परदादा भीमसेन ने गौरी शंकर मंदिर की स्थापना नागफनी थाने के झब्बू के नाले के पास अपनी जमीन पर अब से 100 साल पूर्व कराई थी। उसके परदादा उस मंदिर की देखरेख व पूजा अर्चना करते थे।

1980 में हिंदू मुस्लिम झगड़े में उनके परदादा की हत्या कर दी गई थी। तब से वह और उसका परिवार लाइनपार मझोला में आकर रहने लगा। जब भी वह या उसके परिवार के सदस्य मंदिर को खोलने का प्रयास करते हैं तो दूसरे समुदाय के लोग उसे और उसके परिवार को गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी देते हैं। जिस पर जिलाधिकारी के निर्देश पर अगले दिन 27 दिसंबर को उप जिलाधिकारी सदर राममोहन मीना मौके पर पहुंचे थे।

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