कानपुर में Cyber ठगों ने तीन युवकों से 5.86 लाख ठगे: शेयर मार्केट में निवेश और होटल का कमरा बुक कराने का दिया झांसा

कानपुर में Cyber ठगों ने तीन युवकों से 5.86 लाख ठगे: शेयर मार्केट में निवेश और होटल का कमरा बुक कराने का दिया झांसा

कानपुर, अमृत विचार। साइबर ठगों ने चकेरी के सजारी में युवक से ऑनलाइन सरिया आर्डर करने के नाम पर 1.66 लाख, बाबूपुरवा में शेयर मार्केट में निवेश के बहाने व्यापारी से 3.70 लाख और जगन्नाथपुरी उड़ीसा में होटल का कमरा बुक कराने के नाम पर नौबस्ता के युवक से 50 हजार ठग लिए। पीड़ितों ने साइबर सेल व संबंधित थानों में रिपोर्ट दर्ज कराई है। 

चकेरी के हाईवे सिटी भाग दो सजारी निवासी अतुल कटियार ने बताया कि वह मकान निर्माण करा रहे हैं। उन्होंने गूगल से एक सरिया कंपनी के डीलर का नंबर निकाला। जिस पर फोन करने के कुछ देर बाद युवराज सिंह नामक युवक ने उनके व्हाट्सएप पर संपर्क किया और खुद को डीलर बताया।

उन्होंने 23 क्विंटल सरिया का आर्डर कर दिया तो उसने बिल भेजकर 1.18 लाख रुपये ऑनलाइन पेमेंट करने को कहा। ऑनलाइन पेमेंट के दो दिन तक सरिया नहीं आई, तब संपर्क करने पर आरोपी ने कहा कि आर्डर 2.5 टन का होना चाहिए। उसके लिए 46,700 रुपये और भेजो।

नौबस्ता राजीव विहार निवासी अनुराग तिवारी ने बताया कि वह परिवार के साथ उड़ीसा के जगन्नाथपुरी मंदिर दर्शन करने जा रहे थे। वहां ठहरने के लिए कमरे की बुकिंग को पुरुषोतम शक्ति से संपर्क किया था। वहां से भेजे गए क्यूआर कोड पर 50 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। लेकिन कमरे बुक नहीं हुए।

किदवईनगर एम-ब्लाक निवासी व्यापारी अमित पांडेय ने बताया कि कुछ लोगों ने उन्हें एक व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ा और शेयर मार्केट में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा दिया। उन्होंने विभिन्न खातों में करीब 3.70 लाख रुपये निवेश के तौर पर ट्रांसफर कर दिए। जब मुनाफा नहीं हुआ तो ग्रुप एडमिन से रुपये वापस मांगे तो ब्लाक कर दिया गया।  

लोन सेटलमेंट के नाम पर डेढ़ लाख ठगे 

मसवानपुर आदर्श नगर निवासी अमरनाथ बाल्मीकि ने बताया कि फिरोजाबाद टूंडला निवासी बहन पुष्पा देवी के पति सतीश कुमार ने एसबीआई की टूंडला शाखा से 11 लाख रुपये लोन लिया था। बहनोई की मौत के बाद बहन के पास इतना रुपया नहीं था कि लोन अदा कर सकें।

संदीप कुमार मिश्रा नामक युवक ने लोन समाप्त कराने का झांसा दिया और बहन से 50 हजार रुपये व एक लाख की चेक ले ली। जब लोन समाप्त नहीं हुआ तो ठगी का पता चला। अर्मापुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।