कासगंज: ऑनलाइन ट्रेडिंग का खिलाफ व्यापारियों में आक्रोश, प्रधानमंत्री से की ये मांग
कासगंज, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल ने ऑनलाइन ट्रेडिंग के विरोध में नारेबाजी कर अपना विरोध जताया। वहीं ऑनलाइन ट्रेडिंग से खुदरा व्यापारियों के हो रहे अहित के अतिरिक्त अन्य विसंगतियों को भी गिनाया। प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी राकेश कुमार पटेल को सौंपा।
जिलाध्यक्ष सुरेश वार्ष्णेय के नेतृत्व में व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने ऑनलाइन ट्रेडिंग के खिलाफ विरोध प्रकट किया। उन्होंने कहा कि भारतीय ई-कॉमर्स उद्योग में विनियामक निरीक्षण की तत्काल आवश्यकता है। ई-कॉमर्स द्वारा जनित निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा को खतरे में डालने की प्रथा, जिससे विशेष रूप से व्यापारी, खुदरा विक्रेता और उपभोक्ताओं पर प्रभाव पड़ रहा है इसे दूर करने की मांग व्यापारी कर रहे हैं। ज्ञापन में ई-कॉमर्स प्लेटफार्म पर विक्रेताओं का अनिवार्य केवाईसी किया जाने, अमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसी बड़ी ई-कॉमर्स दिग्गज कंपनियों द्वारा एमएसएमई और पारंपरिक खुदरा विक्रेताओं सहित छोटे प्रतिस्पर्धियों को बाहर करने के लिए उत्पादों को अस्थिर दरों पर बेचे जाने से रोकने, ई कॉमर्स प्लेटफार्म को थोक विक्रेताओं के रूप में कार्य नहीं करने, कई प्लेटफार्म द्वारा अपनी इन हाउस या सहायक विक्रेता कंपनियों को विशेष रूप से मूल्य निर्धारण और दृश्यता के मामले में तरजीह देने से रोकने, ई-कॉमर्स कंपनी के डिलीवरी कर्मियों को उचित श्रम सुरक्षा और लाभ देने की सहित मांगे की गई हैं। ज्ञापन देने वालों में जिला महामंत्री प्रदीप गुप्ता, नगर अध्यक्ष जितेंद्र वार्ष्णेय, युवा जिलाध्यक्ष डॉ. विकास गुप्ता, महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष अनीता उपाध्याय, नगर अध्यक्ष सोरों विनोद वार्ष्णेय, प्रदेश मंत्री उमाशंकर भारद्वाज, राजन यादव, सुशील वर्मा सहित अन्य व्यापारी शामिल रहे।
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