Kanpur के शास्त्री नगर बाजार में पार्किंग न होने से आए दिन होते विवाद, व्यापारी बोले- ग्राहक से ज्यादा उसका वाहन खड़ा कराने पर रहता ध्यान

Kanpur के शास्त्री नगर बाजार में पार्किंग न होने से आए दिन होते विवाद, व्यापारी बोले- ग्राहक से ज्यादा उसका वाहन खड़ा कराने पर रहता ध्यान

कानपुर,अमृत विचार। शास्त्री नगर बाजार की सबसे बड़ी समस्या पार्किंग व्यवस्था नहीं होना है। 70 वर्ष पुरानी इस बाजार में वाहन खड़े करने को लेकर आए दिन विवाद होते हैं। दुकानों के बाहर जरा भी बेतरतीब वाहन खड़े करने पर जाम लगता है। इससे बचने के लिए दिन में कई बार व्यापारी दुकान छोड़कर ग्राहकों के वाहन सलीके से खड़े करवाते हैं या हटवाते हैं।  

अमृत विचार के साथ संवाद में शास्त्री नगर सब्जी मंडी व्यापार मंडल के संरक्षक महेंद्र तिवारी, अध्यक्ष राम प्रताप सिंह, महामंत्री सुनील मिश्रा व अज्जू गुप्ता ने बताया कि बाजार में सुविधाओं की कमी से ग्राहक दूर होते जा रहे हैं।  स्वपनिल गुप्ता, सुनील चौरसिया, मनोज कुमार, सौरभ अवस्थी, दिनेश गुप्ता, राम सेवक वर्मा, अरविंद शर्मा व रेहान अली ने कहा कि बाजार में पार्किंग न होने का कारोबार पर असर पड़ रहा है। बाजार में दोनों ओर वाहन खड़े होने से जाम लगता है। 

दुकानों के बाहर वाहन खड़े करने पर विवाद की स्थिति बनती है। जाम लगा देखकर कई बार खरीदार लौट जाते हैं। ऐसे में दुकानदार दिन भर सड़क पर वाहन ठीक से खड़े कराने में लगे रहते हैं। यदि  नगर निगम पार्किंग स्थल चयनित कर दे तो इस बड़ी समस्या का समाधान हो जाएगा। व्यापारियों के अनुसार उन्होंने सेंट्रल पार्क के किनारे और पुलिस चौकी के पीछे खाली जमीन पर वाहन पार्किंग का सुझाव दिया था, लेकिन इस पर कोई काम  नहीं हुआ है।  

जाम नालियां व जलभराव भी बड़ी समस्या

जाम नालियां व बरसात में जलभराव बाजार की दूसरी सबसे बड़ी समस्या है। सीएल चौराहा के पास बड़े नाले में सिल्ट भरी होने से बाजार की नालियां जाम रहती हैं। बरसात के मौसम में बाजार में जलभराव से दुकानों में पानी भर जाता है। 

शौचालय की नहीं कोई व्यवस्था

बाजार में शौचालय नहीं है। पिंक टॉयलेट न होने से महिला दुकानदार और कर्मचारियों के साथ खरीदार महिलाओं को परेशानी होती है। बाजार में बच्चों और महिलाओं के उत्पादों की बड़ी संख्या में बिक्री होती है, ऐसे में करीब 5 सौ महिलाओं का रोज आना-जाना होता है, जो पिंक टॉयलेट न होने से परेशान होती हैं। 

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