सावित्रीबाई फुले की जयंती को 'महिला शिक्षक दिवस' के रूप में मनाया जायेगा- सीएम रेवंत रेड्डी
हैदराबाद। तेलंगाना सरकार ने समाज के सभी वर्गों के लिए प्ररेणास्रोत रहीं सावित्रीबाई फुले की जयंती को 'महिला शिक्षक दिवस' के रूप में मनाने का फैसला किया है। सरकार ने गुरुवार शाम को आदेश जारी कर हर साल तीन जनवरी को सावित्रीबाई फुले की जयंती को 'महिला शिक्षक दिवस' के रूप में मनाने का आदेश जारी किया।
शुक्रवार को जारी एक विज्ञप्ति में मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने कहा कि सावित्रीबाई ने शिक्षा के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण की नींव रखी और समाज में महिलाओं की समानता के लिए भी संघर्ष किया। जनता की सरकार सावित्रीबाई फुले की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने फुले दंपति की ओर से की गई सेवाओं और समाज के लिए उनके बलिदान को याद किया।
रेड्डी ने कहा कि सावित्रीबाई ने भारतीय समाज में ऐतिहासिक बदलाव की नींव रखी और याद दिलाया कि उन्होंने अपना पूरा जीवन महिला समुदाय को शिक्षा प्रदान करने तथा शोषित समुदायों को न्याय दिलाने के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा कि जनता की सरकार सावित्रीबाई की आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास कर रही है। एक करोड़ महिलाओं को करोड़पति बनाने के उद्देश्य से सरकार ने महिला सशक्तीकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। सभी क्षेत्रों में महिला समुदाय को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए कौशल विकसित करने के लिए अभिनव कार्यक्रम भी शुरू किए गए हैं। सरकार ने पिछड़े वर्गों और कमजोर वर्गों की सामाजिक तथा राजनीतिक उन्नति का समर्थन करने के लिए घर-घर जाकर व्यापक सर्वेक्षण पूरा कर लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सावित्रीबाई फुले ने महिलाओं को शिक्षित बनाने के लिए कड़ी मेहनत की। उनके त्याग और कड़ी मेहनत के लिए मुख्यमंत्री ने महिला शिक्षकों से हर साल सावित्रीबाई की जयंती को महिला शिक्षक दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया।
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