Bareilly: किसानों की दर्द भरी रात...खेतों पर जमाया डेरा, कड़ाके की ठंड और छुट्टा पशुओं से लड़ रहे जंग

Bareilly: किसानों की दर्द भरी रात...खेतों पर जमाया डेरा, कड़ाके की ठंड और छुट्टा पशुओं से लड़ रहे जंग

भदपुरा, अमृत विचार : कड़ाके की सर्दी में रातभर जागकर किसान छुट्टा पशुओं से फसलों की रखवाली कर रहे हैं। हाथ में लाठी और टार्च लेकर खेत पर डेरा जमाए किसानों की रात दर्द भरी है। थोड़ा सा आलस करने पर मौका मिलते ही छुट्टा पशु पूरी की पूरी फसल को चट कर जाते हैं। इसी वजह से किसान रात में फसलों की पहरेदारी करने को मजबूर हैं।

एक रात चूके तो फसल से धो बैठेंगे हाथ
गांव डडिया सफदर अली में पड़ताल के दौरान फसल की रखवाली करते किसान सोमपाल, जयपाल गंगा सहाय, अरविंद और आकाश मिले जो गेहूं और आलू की फसल के चारों ओर घूमते हुए शोर मचाकर छुट्टा पशुओं को भगा रहे थे। पूछने पर बताया कि एक रात भी चूके तो फसल से हाथ धो बैंठेंगे। रोजाना बार्डर पर तैनात सैनिकों की तरह फसल की सुरक्षा करते है।

एक हाथ में टार्च तो दूसरे में जानवरों से बचने के लिए डंडा लेकर खेतों के चारों तरफ पहरा देते है। जहां इन दिनों पड़ रही कड़ाके की ठंड से लोग घरों से निकलना नहीं चाह रहे है , ऐसे में परिवार के पालन पोषण के लिए अन्नदाता पूरी रात घर से दूर खेतों में सरसों -गेहूं समेत अन्य फसलों की रखवाली रहे है। अगर ठंड से डरेंगे तो पूरे साल के लिए अन्न नहीं हो पाएगा। खुले में खेतों के किनारे चारों ओर किसानों का झुंड घूमता नजर आ रहा है।

परिवार के लोग बारी-बारी से देते है ड्यूटी
वेगराज, तुलाराम,नन्हें लाल, लाला राम,मुकेश कुमार,तारा चंद आदि किसानों ने बताया कि इस कड़ाके की ठंड में जब कोई व्यक्ति घर से निकलना नहीं चाहता उस समय हम लोग छुट्टा पशुओं से फसलों को बचाने के लिए खेत में पहरा दे रहे है। ठंड में भी खेतों के किनारे बिना किसी झोपड़ी के केवल आग के सहारे आधी रात गुजारते है। जबकि रात में खुले आसमान के नीचे ओस पड़ती है। ऐसे में किसान परिवार के लोग खेतों में ड्यूटी लगाकर रखवाली करने को मजबूर हैं। किसानों ने शासन से छुट्टा पशुओं से निजात दिलाने की मांग की है।

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