Bareilly: 11 महीनों में खून से सड़कें हुईं लाल! बेकाबू रफ्तार ने छीन लीं 428 लोगों की जिंदगी
आसिफ अंसारी, बरेली। ट्रैफिक पुलिस का रिकॉर्ड बता रहा है कि रफ्तार पर काबू न रखने से जिले में सर्वाधिक हादसे हो रहे हैं। जनवरी से नवंबर तक हुए 950 हादसों में 428 लोगों की जिंदगी छिन गई और 984 घायल हुए। इनमें से कई अपंग हो गए। ट्रैफिक पुलिस का दावा है कि इस साल अब तक अनियंत्रित गति से वाहन दौड़ाने के मामलों में 11 हजार से ज्यादा चालान काटे गए हैं लेकिन फिर भी आदत से मजबूर लोग बाज नहीं आ रहे हैं।
ट्रैफिक पुलिस के 1 जनवरी से 30 नवंबर तक के आंकड़ों के मुताबिक दूसरे कारणों से जिले में सिर्फ 82 हादसे हुए। इनमें जानें भी अपेक्षाकृत काफी कम 28 लोगों की ही गईं और 67 लोग घायल हुए। ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक इस साल के 11 महीनों में ओवरस्पीड पर 11 हजार 536 चालान किए गए हैं। हेलमेट न होने पर 1 लाख 81 हजार 653 चालान किए है। ड्रंकेन ड्राइविंग पर 33,मोबाइल फोन पर बात करते हुए वाहन चलाने पर 214, गलत दिशा में बाइक चलाने पर 1936 चालान किए गए हैं।
जिले के चार रूटों पर सर्वाधिक हादसे
जिले के चार रूटों पर सर्वाधिक हादसे हुए हैं। इनमें नैनीताल रोड, फरीदपुर रोड, मीरगंज और बदायूं रोड शामिल हैं जिन पर हुए हादसों में सबसे ज्यादा लोगों ने जान गंवाई है। ट्रैफिक पुलिस के अनुसार डिवाइडर न होने, चालक के नशे में होने, सड़क में गड्डा होने या वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करने की वजह से कोई हादसा नहीं हुआ।
लोगों की जान बचाने में शाहजहांपुर के लोग सबसे आगे
सड़क हादसे के बाद घायल को समय से अस्पताल पहुंचाने के मामले में शाहजहांपुर के लोग मंडल में सबसे आगे हैं। एक साल में शाहजहांपुर के सात लोगों ने घायलों को समय से अस्पताल पहुंचाकर उनकी जान बचाई है। इन्हें गुड सेमेरिटन अवार्ड से सम्मानित करने की तैयारी है। साल 2024 में बरेली जिले में चार पुलिसकर्मियों को इस अवार्ड के लिए चुना गया है। बदायूं और पीलीभीत एक-एक युवक का चयन हुआ है। शाहजहांपुर में सबसे ज्यादा सात लोग अवार्ड के लिए चुने गए हैं। इनमें एक होमगार्ड और एक 108 एंबुलेंस सेवा का ईएमटी शामिल है।
सड़क हादसों में 50 प्रतिशत मौतें कम करनी थीं, 45 प्रतिशत बढ़ गईं
ज्यादातर सड़कें साल दर साल मौत के रास्ते में तब्दील होती जा रही हैं। पिछले साल रिकॉर्ड मौतों के बाद शासन ने सड़क दुर्घटनाओं में योजनाबद्ध ढंग से 50 प्रतिशत कमी लाने का निर्देश दिया था लेकिन दुर्घटनाओं में तो कोई कमी आई नहीं, उल्टे मौतें भी बढ़ गईं। बरेली मंडल में ही मौतें बढ़ने का आंकड़ा 45 प्रतिशत के पार निकल गया। दुर्घटनाओं में पिछले साल की तुलना में सर्वाधिक 90 फीसदी मौतें पीलीभीत और फिर 50 फीसदी बरेली में बढ़ी हैं। शाहजहांपुर और बदायूं में यह आंकड़ा लगभग 20-20 प्रतिशत है।
जिला और मंडल स्तर पर सड़क सुरक्षा समितियों की मदद से दुर्घटनाओं और मौतों में कमी लाने की कोशिशों की नाकामी जनवरी से अक्टूबर तक के आंकड़े बयान कर रहे हैं। सिर्फ अक्टूबर में प्रदेश स्तर पर पिछले साल की तुलना में दुर्घटनाओं में 7.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। हादसों में लोगों की मौतों का आंकड़ा भी 12.8 प्रतिशत तक बढ़ गया है। परिवहन आयुक्त की ओर से जारी हुए आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल की तुलना में इस साल जनवरी से अक्टूबर तक दुर्घटनाओं में कुल 1.3 प्रतिशत और घायलों की संख्या में भी 8.4 प्रतिशत की वृद्धि रिकॉर्ड हुई है।
परिवहन आयुक्त का निर्देश, नए सिरे से बनाएं एक्शन प्लान
सड़क दुर्घटनाओं और उनमें होने वाली मौतों की समीक्षा सुप्रीम कोर्ट की कमेटी ऑन रोड सेफ्टी, मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में गठित राज्य सड़क सुरक्षा परिषद और मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित उच्चाधिकार समिति करती है। एसडीजी विजन 2030 और स्टॉकहोम उद्घोषणा 2020 के अनुसार वर्ष 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं में मृतकों की संख्या में 50 प्रतिशत कमी लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। जिला स्तर पर जिला सड़क सुरक्षा समिति और मंडल स्तर पर मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति सुप्रीम कोर्ट कमेटी ऑन रोड सेफ्टी के दिशा-निर्देशों पर काम करती हैं। अब परिवहन आयुक्त ने नए सिरे से एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
निर्देश: अब आखिरी महीने में तो पाएं काबू
डीएम और एसएसपी के साथ वरिष्ठ अफसरों को निर्देश दिया गया है कि चालू वर्ष के शेष महीनों में हादसों पर काबू पाने के लिए बेहतर रोड इंजीनियरिंग, दुर्घटना पर रैपिड रिस्पांस, गोल्डन ऑवर में बेहतर ट्रामा केयर सुविधा, प्रभावी प्रवर्तन कार्यवाही और जन जागरूकता जैसे हर संभव प्रयास किए जाएं और सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में पिछले साल की तुलना में 50 प्रतिशत की कमी लाएं।
अक्टूबर 2023 के आंकड़े-
जनपद हादसे मृतक घायल
पीलीभीत 32 11 26
बरेली 114 41 118
बदायूं 52 35 61
शाहजहांपुर 64 28 37
खीरी 26 21 5
अक्टूबर 2024-
जनपद हादसा मृतक घायल
पीलीभीत 38 21 23
बरेली 118 63 99
बदायूं 58 42 41
शाहजहांपुर 65 33 44
खीरी 77 50 44
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