दिलीप सैनी हत्याकांड: फतेहपुर में सैंकड़ों की संख्या में सड़क पर उतरे पत्रकार, नारेबाजी कर जताया विरोध, जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप रखी मांगें

सीबीसीआईडी से हो जांच, सीओ और कोतवाली पुलिस पर भी कार्रवाई की मांग की

दिलीप सैनी हत्याकांड: फतेहपुर में सैंकड़ों की संख्या में सड़क पर उतरे पत्रकार, नारेबाजी कर जताया विरोध, जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप रखी मांगें

फतेहपुर, अमृत विचार। एएनआई के पत्रकार दिलीप सैनी की हत्या कर दी गई थी। दिलीप की हत्या से पत्रकारों में आक्रोश है। शनिवार को ज़िले भर के पत्रकारों ने विभिन्न पत्रकार संगठनों के बैनर तलें संयुक्त रूप से विशाल पैदल मार्च निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया। 

बाद में कलेक्ट्रेट पहुंच कर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी रविन्द्र सिंह को सौंपकर सैनी हत्याकांड की गंभीरता से निष्पक्ष जांच कराने, आरोपियों की अतिशीघ्र गिरफ्तारी व उचित मुआवजा दिए जाने की पुरजोर मांग की गई।

एएनआई के स्थानीय पत्रकार दिलीप सैनी की भिटौरा रोड़ स्थित एक यार्ड में चापड़, चाकुओं से गोदकर व गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसकी नामजद एफआईआर भी दर्ज़ हो गई थी। घटना को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपियों की अब तक गिरफ़्तारी नहीं हो सकी है, जिससे पत्रकारों में भारी आक्रोश है। पत्रकारों को आशंका है कि जिस तरह दिलीप सैनी की हत्या की गई है, आगे भी ऐसी घटनाओं की संभावना के चलते पत्रकार समुदाय काफ़ी आहत व भयभीत हैं। 

ज़िले भर के पत्रकार नवीन मार्केट में एकत्रित हुए। उसके बाद पत्रकार दिलीप सैनी को न्याय दो, वी वांट जस्टिस, दिलीप सैनी के हत्यारों को फांसी दो -फांसी दो... नारे लगाते हुए सैकड़ों पत्रकार फतेहपुर प्रेस क्लब उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष नागेन्द्र प्रताप सिंह, ज़िला पत्रकार एसो०/संघ के अध्यक्ष अजय सिंह भदौरियां, ज़िला पत्रकार संघ (पंजी.) शैलेन्द्र शरन सिम्पल, प्रेस क्लब ऑफ यू०पी० के अध्यक्ष शमशाद खान, ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के अध्यक्ष कुमुद तिवारी आदि की अगुवाई में पैदल मार्च निकाला जो पत्थरकटा चौराहा, सिविल लाइन्स, पटेल नगर चौराहा होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां जमकर नारेबाज़ी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। 

बाद में कलेक्ट्रेट सभागार में सभी पत्रकारों के साथ ज़िला अधिकारी रविन्द्र सिंह, अपर ज़िला अधिकारी डा० अविनाश त्रिपाठी, अपर पुलिस अधीक्षक विजय शंकर मिश्रा, उप ज़िला अधिकारी प्रदीप कुमार रमन, उप पुलिस अधीक्षक सुनील दुबे आदि अधिकारियों के साथ बैठक हुईं, जहां पर पत्रकारों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला अधिकारी को सौंपा गया। 

जिसमें घटना की सीबीसीआईडी से जांच कराने, घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों की अतिशीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित कराने, दिलीप सैनी के परिवार को कम से कम एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने, उनके छोटी भाई को सरकारी नौकरी और परिवार की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कराने समेत इस घटना में स्थानीय पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए पुलिस की भूमिका की जांच कराने की मांग की। 

घटना वाले दिन शहर के शांति नगर स्थित संबंधित अस्पताल में दो- दो बार हुईं घटना और स्थानीय कोतवाली पुलिस के पहुंचने एवं कोई कार्यवाही न किए जाने की जांच कराने, सीओ सिटी सुशील दुबे समेत दोषी पुलिस जनों को निलंबित करने और सूबे में पत्रकार सुरक्षा गारंटी कानून लागू किए जाने की पुरजोर मांग की गई है। 

ज़िला अधिकारी ने पत्रकारों को उचित कार्यवाही और हर संभव सहयोग का आश्वाशन दिया। पत्रकारों ने शासन प्रशासन को चेतावनी दी कि एक सप्ताह में घटना का सही ढ़ंग से खुलासा और सभी मुख्य अभियुक्तों की गिरफ़्तारी न होने पर पत्रकार प्रभावी ढ़ंग से आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

घटना में शामिल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, फरार चार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगातार दबिशें दे रही है।- धवल जायसवाल, पुलिस अधीक्षक 

दिलीप सिंह हत्याकांड

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