Lucknow News : दो अतिरिक्त निरीक्षक हटाए गए, आरोपी आदेश से पूछताछ
थाने में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों के 24 घंटों की फुटेज खंगालने में टीम, घटना के समय ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के दर्ज किए जाएंगे बयान
परिवार का आरोप, गोंडा के विधायक के कहने पर पुलिस ने पीटा
लखनऊ, अमृत विचार : पुलिस हिरासत में ड्रेस व्यपारी मोहित पांडेय की मौत के मामले में डीसीपी ने सोमवार को कार्रवाई करते हुए दो अतिरिक्त निरीक्षक का ट्रांसफर कर दिया। वहीं, आरोपी आदेश से दो घंटे तक पूछताछ की। पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली गई। उससे पुलिस ने मोहित के परिवार द्वारा खड़े किए गए सवाल पूछे। डीसीपी ने जांच कर रही टीम को निर्देश दिया कि थाने में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों के 24 घंटे की फुटेज खंगालें। हर संदेहास्पद मामलों की जांच करें।
दो अतिरिक्त निरीक्षक हटे, एसएसआई तैनात
चिनहट थाने में एसओ भरत पाठक की तैनाती होने के बाद डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने दो अतिरिक्त निरीक्षक श्रीप्रकाश सिंह और आनंद भूषण बेलदार को हटा दिया। डीसीपी ने श्रीप्रकाश सिंह को आशियाना और आनंद को गोमतीनगर विस्तार थाने भेजा है। इसके साथ ही दरोगा सफात उल्लाह खां को चिनहट का एसएसआई बनाया है। साथ ही अपट्रान चौकी प्रभारी धनंजय सिंह की भूमिका संदिग्ध पाये जाने पर उनको भी जांच के दायरे में शामिल कर लिया गया है।
परिजन का आरोप है कि चौकी प्रभारी के आदेश पर दोनों भाइयों को हवालात में डाला गया। इस मामले की मजिस्ट्रियल जांच के लिए डीसीपी पूर्वी ने जिलाधिकारी को पत्र भेजा था। जिस पर देर शाम को आदेश दिये जाने की बात सामने आई। हालांकि किसी अधिाकरी ने इसकी पुष्टि नहीं की है। उधर, पुलिस की कार्यप्रणाली की रिपोर्ट मानवाधिकार आयोग को भेजी गई है। एडीसीपी पूर्वी पंकज कुमार सिंह के मुताबिक आदेश ने पूछताछ में बताया कि छह सौ रुपये के लिए विवाद हुआ था। दोनों ने पिटाई कर दी थी। इस पर उसने पीआरवी बुलाई थी। इसके बाद पुलिस दोनों को थाने ले आई थी। यहां उसने विवाद की तहरीर भी दी थी।
एडीसीपी ने बताया कि सभी बिंदुओं को नोट कर लिया गया है। साथ ही अन्य आरोपितों को पूछताछ के लिए बुलाया जाने की बात कही है। उधर, सोमवार को मोहित के परिवार वालों ने पुलिस पर बड़ा आरोप लगाया है। परिवारीजन का दावा है कि आरोपित आदेश और उसका चाचा गोंडा के विधायक का करीबी है। आदेश सिंह का चाचा उसी विधायक के लिए ठेकेदारी करता है। आरोप है कि आदेश सिंह से मारपीट का मामला चौकी पर ही सुलझ गया था, लेकिन आदेश के चाचा ने ही फोन करवाकर मोहित को थाने में बैठाया। साथ ही कानून के नियम का पालन नहीं किया गया। एडीसीपी ने बताया कि थाने में पानी न देने का आरोप था। ऐसे में पानी पीने वाली फुटेज को सामने लाया गया था। यही नहीं थाने में लगे सभी कैमरों की फुटेज मौजूद हैं। उसी के जरिए जांच की जा रही है।
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