Bareilly: सपा के अंदर नई जंग शुरू, सपा जिलाध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोलने पर छिन गया शांति का पद
बरेली, अमृत विचार : समाजवादी पार्टी के अंदर अब नई जंग शुरू हो गई है। महिला सभा की राष्ट्रीय सचिव शांति सिंह की ओर से सपा जिलाध्यक्ष शिवचरन सिंह कश्यप पर महिलाओं को मौका न देने का आरोप लगाने के मामले को हाईकमान ने गंभीरता से लिया है। महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष जूही सिंह ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल को पत्र लिखकर शांति सिंह को तत्काल पदमुक्त करने की संस्तुति की है। महिला सभा की जिलाध्यक्ष स्मिता यादव ने भी शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शांति सिंह के आरोपों को बेबुनियाद बताया।
शांति सिंह बरेली में महिला सभा की जिलाध्यक्ष रही हैं। शुक्रवार को उन्होंने संगठन की उन सदस्यों को अपने घर चाय पर बुलाया था जो उस वक्त उनकी टीम में थीं। इसी दौरान शांति सिंह ने पार्टी जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप के खिलाफ बयान दिया। उन्हें महिला विरोधी बताते हुए कहा कि वह महिलाओं को आगे बढ़ने का मौका नहीं देते। वह भी उनकी इस मनोवृत्ति का शिकार हो चुकी हैं। शांति सिंह के इन आरोपों का वीडियाे भी वायरल हुआ था। इसके बाद शनिवार को सपा कार्यालय पर महिला सभा की जिलाध्यक्ष स्मिता यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर शांति सिंह के आरोपों पर सफाई दी।
उन्होंने शांति सिंह के बयान को गलत और बेबुनियाद बताते हुए कहा कि सपा जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप महिलाओं का बहुत सम्मान करते हैं और पार्टी की सभी महिलाओं को मंच पर स्थान देते हैं। कहा, शांति सिंह जिलाध्यक्ष रहते कई विवादों में घिरी रहीं। उन्हें पदोन्नति मिली, फिर भी वह अनाप-शनाप बयान दे रही हैं।
जैनब फातिमा, भारती चौहान, ऊषा यादव, मीना शाक्य समेत कई महिला पदाधिकारियों से उनका विवाद रहा है। महानगर अध्यक्ष सरताज गजल अंसारी ने कहा शांति सिंह ने किसी के बहकावे में आरोप लगाए हैं। जिलाध्यक्ष हमेशा महिलाओं को अग्रिम पंक्ति में स्थान देते है। इस दौरान स्वाति शर्मा, मैना बी, मीना शाक्य, सीमा श्रीवास्तव, गुड़िया, शबाना खान मौजूद रहीं। इस बीच यह विवाद ऊपर तक पहुंचने के बाद शनिवार को महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष जूही सिंह ने भी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखकर शांति सिंह को पदमुक्त करने की सिफारिश कर दी।
यह भी पढ़ें- Bareilly: जेल में निर्माण कार्यों में हो गया गोलमाल, जांच शुरू