Kanpur: सात जन्मों का साथ निभाने वाले दंपति का सात महीने में अंत: कंप्यूटर कोचिंग में पढ़ाने के दौरान शिक्षक को हुआ था 'इश्क'

23 अप्रैल को हुई थी शादी, छह दिन बाद से प्रताड़ना का लगाया आरोप

Kanpur: सात जन्मों का साथ निभाने वाले दंपति का सात महीने में अंत: कंप्यूटर कोचिंग में पढ़ाने के दौरान शिक्षक को हुआ था 'इश्क'

कानपुर, अमृत विचार। प्रेम विवाह के बाद सात जन्मों तक साथ निभाने वाले दंपति का साथ महज सात महीने में ही खत्म हो गया। कंप्यूटर कोचिंग में पढ़ाने वाले शिक्षक का पढ़ने वाली युवती से प्रेम हो गया था। जिसके बाद दोनों ने शादी रचा ली। लेकिन यह प्यार ज्यादा दिन नहीं चल सका। प्रेम विवाह के बाद महिला का शव फांसी के फंदे पर लटकता मिला तो माता पिता वहां का दृश्य देखकर बेहोश हो गई। 

मायके पक्ष का आरोप था कि शादी के छह दिन के बाद से ही वह दहेज में 10 लाख से व्यापार शुरू करने के लिए दबाव बना रहा था। इस कारण बेटी को प्रताड़ित करता था। सूचना पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक ने ताला खोला और जांच शुरू की। 

नवविवाहिता का शव फांसी के फंदे पर लटक रहा था। माता-पिता का आरोप था कि पति और सास ने मिलकर बेटी की हत्या कर फांसी का रूप दे दिया। कहा कि अगर कोई फांसी लगाता तो दरवाजा अंदर से बंद होता लेकिन यहां बाहर से ताला डाला गया था। 

आवास विकास निवासी नंद किशोर तिवारी ने बताया कि 22 वर्षीय पुत्री शिप्रा तिवारी का विवाह उन्होंने 22 अप्रैल को कश्यप नगर निवासी कम्प्यूटर कोचिंग पढ़ाने वाले शिक्षक आलोक से की थी। मां मधु और पिता नंद किशोर ने बताया कि कम्प्यूटर कोचिंग पढ़ाने के दौरान दोनों में प्रेम हो गया। इसके बाद उन्होंने शादी की थी। 

आरोप है, कि शादी के ठीक छह दिन बाद से दामाद आलोक ने कम्प्यूटर इंस्टीटयूट खोलने के लिए 10 लाख रुपये की डिमांड शुरू कर दी। उन लोगों ने पहले तो मजाक समझा लेकिन बेटी को प्रताड़ित करना शुरू किया तो हकीकत सामने आई। आरोप है, कि किसी तरह उन लोगों ने जोड़ गांठ के जुलाई 2024 में लैपटॉप के लिए 50 हजार रुपये दिए। लेकिन ससुरालीजन फिर भी 10 लाख रुपये की मांग पर अड़े थे। 

आरोप है, कि बेटी पीजी कॉलेज से बीए थर्ड ईयर कर रही थी लेकिन पति और सास ने फीस देने से साफ मना कर दिया। इस पर उन लोगों ने रुपये दिए। मां और पिता का आरोप है, कि ससुरालीजन कहीं भी बाहर जाते थे, बेटी को ताले में बंद करके जाते थे। मां का कहना था कि गुरुवार सुबह 10 बजे बेटी को फोन मिलाया तो उसने नहीं उठाया। व्रत और तबियत ठीक न होने के कारण शांत बैठ गई। कुछ देर बाद फिर से बेटी को फोन किया लेकिन नहीं उठाया। 

इस पर दामाद को फोन किया लेकिन उसने भी नहीं उठाया। इस पर उनको शंका हुई। वह लोग वहां पहुंचे तो कमरे में बाहर से दरवाजा बंद था और ससुरालीजनों की हवाइयां उड़ी थीं। इस पर तुरंत पुलिस को सूचना दे दी। कल्याणपुर पुलिस फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंची और बारीकी से जांच की। घटना के बाद मृतका शिप्रा की बड़ी बहन शिब्बू, इकलौते भाई अमल तिवारी का रो-रोकर बुरा हाल था। 

कल्याणपुर प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार ने बताया कि मायके पक्ष ने बेटी की मौत पर आरोप लगाया है। पैनल से हुए पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिंग की पुष्टि हुई है। परिजनों ने तहरीर दी है, उसके के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। वहीं पति आलोक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

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