पुल की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे दो अनशनकारियों की हालत बिगड़ी
शाहजहांपुर, मिर्जापुर। रहिमादासपुर में पुल की मांग को लेकर चल रही भूख हड़ताल में शुक्रवार को एक और बुजुर्ग की हालत खराब होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गांव की छात्राओं ने प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए विरोध स्वरूप भूख हड़ताल में शामिल होने की चेतावनी दी है। धरना स्थल पर बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंच रहे हैं।
रहिमादासपुर कलान तहसील का ऐसा अभागा गांव है, जहां तक पहुंचने के लिए संपर्क मार्ग तक नहीं है। संपर्क मार्ग पर पहुंचने के लिए करीब डेढ़ किलोमीटर तक कच्चे रास्ते का सफर तय करना पड़ता है। बारिश के दिनों में यह रास्ता दलदल में तब्दील हो जाता है। सोत नदी पर पुल न होने से गांव के लोगों को करीब 14 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ता है। इस पुल के बन जाने से डेढ़ दर्जन से अधिक गांवों के लाखों लोग लाभांवित होगें। 12 दिसंबर से गांव के लोग पुल की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। 23 दिसंबर से ग्रामीण भूख हड़ताल पर हैं। जिला पंचायत सदस्य रामकुमार राठौर ने बताया कि शुक्रवार को 15 लोग भूख हड़ताल पर थे। 65 वर्षीय वीर सिंह वर्मा का स्वास्थ्य खराब होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गांव की छात्राएं शकुन्तला, रेखा, जसोदा तथा रूबी ने बताया कि प्रशासन इतने दिन से चल रहे धरने के प्रति बिल्कुल गंभीर नहीं है। उन्होनें कहा कि जल्द मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो वह भी भूख हड़ताल पर बैठने को विवश होगी। शुक्रवार के दिन धरने को जिला पंचायत सदस्य़ रवीशपाल कुशवाहा, आदर्श, भाकियु ब्लाक अध्यक्ष बैजनाथ वर्मा, आनन्द अवस्थी, शिशुपाल यादव आदि ने समर्थन दिया। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।