बदायूं: रद्दी की टोकरी  में पड़ा शासन का आदेश, मूल विद्यालय नहीं भेजे शिक्षक

कलेक्ट्रेट सहित कई स्कूलों से संबद्ध हैं एक दर्जन  से अधिक शिक्षक

बदायूं: रद्दी की टोकरी  में पड़ा शासन का आदेश, मूल विद्यालय नहीं भेजे शिक्षक

बदायूं, अमृत विचार। बेसिक शिक्षा विभाग में शासन के आदेश के कोई मायने नहीं है। विभाग को मिलने वाला आदेश रद्दी की टोकरी में डाल दिया जाता है।  फिर चाहे वह शासकीय योजनाओं संबंधी आदेश हो या फिर शिक्षकों व कर्मचारियों की संबद्धता समाप्त कर मूल विद्यालय भेजे जाने का आदेश। किसी भी आदेश का पालन नहीं होता। जून  माह के बाद अब फिर से महानिदेशक शिक्षा ने सरकारी कार्यालयों से शिक्षकों को मूल विद्यालय भेजे जाने का आदेश दिया है। लेकिन उस पर अभी तक पालन  नहीं हो सका है।
 
परिषदीय स्कूलों के 25 से अधिक शिक्षक कलेक्ट्रेट, बीआरसी सहित अन्य सरकारी कार्यालयों समेत दूसरे विद्यालयों से संबद्ध हैं। इनमें से कई शिक्षक कई सालों से दूसरे स्कूलों में सेवाएं दे रहे हैं। जिसमें उसावां ब्लॉक के प्राथमिक स्कूल में कार्यरत शिक्षक विनय कुमार गूरा बरेला में कार्यरत हैं। इसी तरह  मुनेश चंद्र, सतेंद्र पाल सिंह, मो. साकिब, सोनू राठौर, प्रिया, कादरचौक ब्लॉक क्षेत्र के शाकेब सुजात, दहगवां चेतन शर्मा, म्याऊं ब्लॉक के भोजराज, नीरज शर्मा, नीरज मिश्रा, अमित अग्रवाल, दीपक सक्सेना, अब्दुल रहीम, जगत ब्लॉक  क्षेत्र के प्रीति राठौर, रागनी नायक, अफजाल, निधि मिश्रा, प्रशाली शर्मा, रजेश कुमार, और गुलशन अफरोज जो कि जिला कारागार से संबद्ध हैं। इनके अलावा कई अनुदेशक, एनआईसी से संबद्ध चल रहें हैं। परंतु इनकी संबद्धता समाप्त कर मूल विद्यालय नहीं भेजा जा सका है। शिक्षकों को मूल विद्यालय भेजे जाने के लिए शासन की ओर से  जून माह में आदेश दिया गया था। इसके बाद अक्टूबर माह में फिर से बीएसए को आदेश दिए गए हैं कि शिक्षकों को उनके मूल विद्यालय भेजा जाए। आदेश आए हुए 15 दिन से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन यह आदेश भी रद्दी की टोकरी में डाल दिया गया। बीएसए वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि शिक्षकों की संबद्धता समाप्त करने के लिए बीईओ को आदेश जारी किए गए हैं। अगर उनके द्वारा संबद्धता समाप्त नहीं की गई है तो उसकी जानकारी की जाएगी। 

एनआईसी से  संबद्ध हैं क्वालिटी कोआर्डिनेट 
परिषदीय स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए ब्लॉकों पर क्वालिटी कोऑर्डिनेटर को नियुक्त किया गया है। इनमें प्रशांत राठौर की ब्लॉक अंबियापुर में तैनाती है।  लोकसभा चुनाव से पूर्व इन्हें चुनाव संबंधी कार्य के लिए एनआईसी से संबद्ध किया गया था। चुनाव संपन्न हुए छह माह का समय पूरा होने जा रहा है। लेकिन इनकी संबद्धता समाप्त नहीं हो सकी है।