नेपाल में 870 पर्वतारोहियों को 37 चोटियों पर चढ़ने की मिली अनुमति 

नेपाल में 870 पर्वतारोहियों को 37 चोटियों पर चढ़ने की मिली अनुमति 

काठमांडू। नेपाल ने शरद ऋतु में चढ़ाई के मौसम के दौरान देश में 37 पहाड़ों पर चढ़ने के लिए पर्वतारोहियों के लिए बुधवार शाम तक 870 परमिट जारी किए। नेपाल में चढ़ाई के लिए यह एक महत्वपूर्ण घोषणा है, क्योंकि यह देश विश्वभर के पर्वतारोहियों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य है। शरद ऋतु का मौसम, जो सितंबर से नवंबर तक रहता है, नेपाल में पर्वतारोहण के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है क्योंकि मौसम स्थिर रहता है और दृश्यता अच्छी रहती है।

 नेपाल की सरकार ने पर्वतारोहण को बढ़ावा देने और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। इन पर्मिट्स के साथ, नेपाल अपनी सुंदर पर्वत श्रृंखलाओं और समृद्ध संस्कृति को दुनिया के साथ साझा करने के लिए तैयार है। पर्यटन विभाग ने 70 देशों और अलग अलग क्षेत्रों से 668 पुरुषों और 202 महिलाओं को अनुमति दी है। इनमे दुनिया की सातवीं और आठवीं सबसे ऊंची माउंट धौलागिरी (8,167 मीटर) और माउंट मनास्लु (8,163 मीटर) सहित चोटियों पर चढ़ने की अनुमति शामिल है। पर्वतारोहियों में से 73 अमेरिका से हैं, क्रमशः 72 और 69 चीन और फ्रांस से हैं।

 पर्यटन विभाग के निदेशक राकेश गुरुंग ने कहा, हमारे पास इस सीज़न के लिए अभी भी एक महीने से अधिक का समय है। हम पिछले साल की संख्या को पार करने की उम्मीद कर रहे हैं।” वर्ष 2023 में पतझड़ चढ़ाई के मौसम के दौरान एजेंसी द्वारा लगभग 1,300 परमिट जारी किए गए थे। नेपाल में पतझड़ चढ़ाई का मौसम सितंबर में शुरू होता है और नवंबर तक चलता है। 

ये भी पढ़ें : भारत की शरण में रह रहीं शेख हसीना की बढ़ी मुश्किलें, बांग्लादेशी कोर्ट ने जारी किया अरेस्ट वारंट

ताजा समाचार

हरदोई: एसडीएम सण्डीला ने अभिलेखागार पहुंच चुकी फाइल से पन्ना हटाने को कहा, ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल, जानें क्या है मामला
Kanpur: एचबीटीयू में रैगिंग; मारपीट और हत्या का प्रयास, 8 सीनियर बीटेक छात्रों पर एफआईआर दर्ज
Hamirpur: पत्नी ने ही की थी पति की हत्या, पत्थर काटने की मशीन से रेता गला, फिर बच्चों को लेकर चली गई जयपुर, पुलिस ने किया गिरफ्तार
बहराइच हिंसा: दो थानाध्यक्षों के कंधे पर लदकर आया पुलिस मुठभेड़ में घायल आरोपित, देखें Video
शाहजहांपुर: मेला देखने गया था किशोर, अब दुपट्टे से लटका मिला मिला शव
बाराबंकी: खाद के लिए मारामारी, जिम्मेदारों ने कराया वितरण