बरेली: जमानत के बाद भी जेलर का खाना बना रहा है बंदी

तबादला होने के बाद भी जेलर का सरकारी आवास पर कब्जा, मौजूदा जेलर परेशान

बरेली: जमानत के बाद भी जेलर का खाना बना रहा है बंदी
प्रतीकात्मक फोटो

बरेली,अमृत विचार। सेंट्रल जेल से हत्या के मामले में सजायाफ्ता कैदी के फरार होने के बाद एक बार फिर जेल के अधिकारियों की कारगुजारियां सामने आनी शुरू हो गई हैं। पुलिस की छानबीन में ट्रांसफर होने के बाद भी एक जेलर के यहां सरकारी आवास पर कब्जे और जमानत पर रिहा हो चुके कैदी को बतौर नौकर रख लेने का मामला सामने आया है। आवास खाली न किए जाने की वजह से मौजूदा जेलर को डिप्टी जेलर के आवास में रहना पड़ रहा है।

फतेहगंज पूर्वी के खनी नवादा गांव के हरपाल को उम्रकैद की सजा होने के बाद जुलाई 2023 में जिला जेल से सेंट्रल जेल भेजा गया था जहां कृषि फार्म में ट्रैक्टर से जुताई करते समय वह 10 अक्टूबर को फरार हो गया था। जेल की चार टीमों के साथ पुलिस और एसओजी के भी तलाश करने के बाद भी अब तक उसका कोई सुराग नहीं लगा है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने उस पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया है। इसी बीच तबादले के बाद भी जेल में जमे जेलर का नाम भी इस प्रकरण से जुड़ने लगा है। कई जेल कर्मी इशारों-इशारों में उन पर शक जता रहे हैं।


इस जेलर का तबादला यहां से हरदोई जेल में हुआ था जहां उन्हें निलंबित कर कारागार प्रशिक्षण संस्थान में संबद्ध कर दिया गया। इसके बाद भी जेलर का बरेली सेंट्रल जेल के सरकारी आवास पर कब्जा है। एक बंदी जमानत होने के बाद भी उनके सरकारी आवास पर रहा है जो उनके परिवार के लिए खाना बनाता है। सरकारी आवास खाली कराने के लिए जेल के अधिकारी कई बार हरदोई जेल प्रशासन को पत्र लिख चुके हैं लेकिन उन्होंने अब तक सरकारी आवास नहीं छोड़ा है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक सेंट्रल जेल अविनाश गौतम ने बताया कि ट्रांसफर हो चुके जेलर से सरकारी आवास खाली कराने के लिए कई बार पत्र लिखा जा चुका है लेकिन अब तक आवास खाली नहीं किया गया है। जमानत पर रिहा हुए कैदी को घर में रखने की शिकायत होगी तो जांच कराई जाएगी। 

एक नौकर आठ हजार का, दूसरा 15 हजार का
सेंट्रल जेल से कैदी हरपाल के फरार होने के बाद इज्जतनगर पुलिस ने छानबीन के दौरान दो संदिग्ध लोगों से पूछताछ की। इनमें से एक पीलीभीत निवासी धनपाल ने बताया कि वह जमानत पर रिहा हो चुका है। अब आठ हजार रुपये की तन्ख्वाह पर जेलर के यहां खाना बना रहा है। दूसरे व्यक्ति परतापुर के रहने वाले नीरज सागर ने भी पुलिस को जेलर के यहां नौकरी करने की बात बताई। कहा, वह 15 हजार रुपये की तन्ख्वाह पर नौकरी कर रहा है।