पुलिस हिरासत में अमन गौतम की मौत के मामले में कांग्रेस आक्रामण...UP अध्यक्ष पीड़ित परिवार से करेंगे मुलाकात
अमृत विचार, लखनऊ : राजधानी लखनऊ में अमन गौतम की पुलिस हिरासत (Police custody) में हुई मौत का मामला सत्ता के गलियारे में सियासी दांव लगा रहा है। प्रदेश के राजनैतिक दल मृतक के परिजनों से मुलाकात कर सरकार से आश्रितों को मुआवजा देने और दोषी पुलिसकर्मियों को कठोर सजा देने की भी मांग कर रहे हैं। सोमवार को कांग्रेस के यूपी अध्यक्ष & पूर्व मंत्री अजय राय भी अमन के परिजनों से मुलाकात करेंगें। हालांकि, राष्ट्रीय और राज्य दोनों ही मानवाधिकार आयोग ने इस मामले में की गई शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज गई है। संभावना है कि जल्द ही आयोग इस मामले में जांच के आदेश जारी कर सकता है।
दरअसल, लखनऊ मे दलित युवक अमन गौतम की पुलिस हिरासत में हुई मौत के बाद सियासत में घमासान मचा हुआ है। सभी राजनैतिक दल प्रदेश सरकार और लखनऊ की पुलिस कानून-व्यवस्था पर उंगुली उठा रहे हैं। रविवार से राजनैतिक पार्टियों से जुड़े प्रतिनिधियों का पीड़ित परिवार से मिलने का सिलसिला शुरु हो चुका है। इसी कड़ी में कांग्रेस के यूपी अध्यक्ष व पूर्व मंत्री अजय राय भी अमन के परिजनों से मुलाकात सरकार से मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने, दोषी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग करेंगे। एक दिन पूर्व मोहनलालगंज से सपा सांसद आरके चौधरी, नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद पीड़ित के घर पहुंचे। सांसद चंद्रशेखर आजाद ने सियासी दांव मारते हुए कहा कि दाल से सस्ती है दलितों की जान। उन्होंने सरकार अमन गौतम के परिवार को सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की है। हालांकि, परिजनों की लिखित शिकायत पर पीआरवी पर तैनात सिपाही शैलेंद्र सिंह और तीन अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धाराओं में एफआईआर दर्ज हुई है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हार्ट अटैक से मौत
परिजनों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से अमन गौतम की मौत हुई लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह हार्ट अटैक बताई गई है। घटना से जुड़ा एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है जिसमें चार पुलिसकर्मी अमन को ले जाते हुए दिखे, जिसके बाद पत्नी रौशनी की तहरीर पर सिपाही शैलेन्द्र सिंह और तीन अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।