देहरादून: कुमाऊं मंडल की 4 जेलों में बंद 255 कैदी कोरोना काल से गायब...
देहरादून, अमृत विचार। कोरोना का वो दौर किसी की जिंदगी उजाड़ गया तो किसी के लिए नए अवसर के ले कर आया या यूं कहें कि आपदा में अवसर साबित हो गया..वहीं कुमाऊं की 4 जेलों में बंद 255 कैदियों के लिए कोरोना काल उनके लिए अच्छा समय लेकर आ गया। ये काल गंभीर अपराधों में दोषी कैदियों के लिए वरदान साबित हुआ।
इस दौरान कोविड नियमों का पालन करने के लिए कुमाऊं मंडल में कैदियों को पैरोल दी गयी थी जिसमें से कुमाऊं मंडल के 4 जेलों के 255 कैदी पैरोल से वापस नहीं पहुंचे। अब फरार कैदियों को पुलिस ढूंढने में लगी हुई है, लेकिन अभी तक कोई सफलता हाथ नहीं लग पाई है।
जेल प्रशासन की ओर से इन कैदियों को रिहा करने के आदेश के बावजूद, इनमें से कई कैदी हत्या, डकैती और चोरी जैसे गंभीर अपराधों में दोषी पाए गए थे, जो अब तक फरार हैं। आपको बता दें कि जेल नियमों के अनुसार सामान्य एक महीने की पैरोल अवधि के बजाय, 2020 में इन कैदियों को तीन महीने की पैरोल दी गई थी जो पैरोल खत्म होने के बाद वे वापस नहीं लौटे।
अब यह मामला देहरादून मुख्यालय तक पहुंच गया है, अधिकारियों को इन कैदियों को पकड़ने को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए हैं। जेल नियमों के अनुसार, कैदियों को अधिकतम एक महीने के लिए पैरोल दी जा सकती है, जिसे करीबी पारिवारिक सदस्यों की मृत्यु या शादी जैसी विशेष परिस्थितियों में तीन महीने तक बढ़ाया जा सकता है। कुछ मामलों में लंबी अवधि की सजा काट रहे कैदियों को राज्य सरकार या जिला मजिस्ट्रेट की मंजूरी से 14 दिनों तक की पैरोल दी जा सकती है। बहरहाल अब इन फरार कैदियों की ढूंढे जाने को लेकर कड़ी मशक्कत की जा रही है।
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