Sisamau By-Election: नसीम सोलंकी के सीसामऊ में उतरने से BJP की बढ़ी मुश्किलें: इन विवादों में शामिल रहे पूर्व विधायक इरफान

Sisamau By-Election: नसीम सोलंकी के सीसामऊ में उतरने से BJP की बढ़ी मुश्किलें: इन विवादों में शामिल रहे पूर्व विधायक इरफान

कानपुर, अमृत विचार। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने सीसामऊ विधानसभा सीट पर होने वाले उप चुनाव के लिए इरफान सोलंकी की पत्नी नसीमा सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर सपा के जिलाध्यक्ष फजल महमूद समेत कई दावेदार थे। हालांकि पार्टी प्रमुख ने नसीमा सोलंकी को तरजीह दी है।

जाजमऊ निवासी महिला की झोपड़ी जलाने के आरोप में सीसामऊ से विधायक रहे इरफान सोलंकी को सजा हो चुकी है। ऐसे में उनकी सदस्यता को रद कर दिया गया है। इरफान ने निचली अदालत से मिली सजा को इरफान सोलंकी ने चुनौती दी है। सपा और कांग्रेस दोनों ही इस सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर दावा कर रही हैं। चूंकि यह सीट सपा के खाते में पिछले कई चुनाव से आ रही है ऐसे में सपा का दावा मजबूत भी है। 

इरफान नसीम सोलंकी

पार्टी के विधायक को सजा होने से यह सीट रिक्त हुई  है ऐसे में सपा  का दावा इस सीट पर मजबूत है। हालांकि कांग्रेस के नेता कई बार यह दावा कर चुके हैं कि वे यहां से उम्मीदवार जरूर उतारेंगे। 

सपा नेताओं ने तो इरफान सोलंकी को दलित विरोधी और कांग्रेस विरोधी तक करार दे दिया है। कांग्रेस को उम्मीद थी कि यह सीट सपा उसके लिए छोड़ेगी पर अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने यहां से नसीम को टिकट दे दिया है। ऐसे में देखना होगा कि कांग्रेस की रणनीति क्या होगी। 

अगर इस सीट पर सपा की बात करें तो यहां से पार्टी के इरफान सोलंकी 2012, 2017 और 2022 में जीते। 2007 तक यह सीट अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित थी। 2002 और 2007 में कांग्रेस के संजीव दरियावादी यहां से जीते थे जबकि इससे पहले 1991, 1993 और 1996 में भाजपा के राकेश सोनकर विधायक बने। भाजपा यहां से पहली बार राम लहर में 1991 में जीत दर्ज करने में कामयाब हुई थी।

irfan Solanki कानपुर 1

सपा ने सीसामऊ से नसीम सोलंकी को मैदान में उतारकर एक बार फिर बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा दी है। बता दें कि, सीसामऊ विधानसभा में लगातार सपा का कब्जा जमा रहा है। बीते दिनों सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनसभा कर सीसामऊ विधानसभा को साधा था।

इन विवादों में शामिल रहे पूर्व विधायक इरफान सोलंकी

वर्ष 2014 का मेडिकल कॉलेज कांड

वर्ष 2014 मार्च में सपा की सरकार के दौरान इरफान सोलंकी का मेडिकल कॉलेज के छात्रों से विवाद हो गया था। विधायक और उसके गनर ने मेडिकल छात्र को पीटा तो मेडिकल कॉलेज के सैकड़ों छात्र सड़क पर आ गए थे। इसके बाद इरफान ने सत्ता की हनक के चलते मेडिकल कॉलेज में छात्र-छात्राओं पर जमकर लाठियां चलवाई थीं। कई डॉक्टर भी पीटे गए थे। आक्रोशित डॉक्टरों ने पूरे प्रदेश में हड़ताल कर दी थी। इस मामले में 30 मेडिकल छात्रों को जेल जाना पड़ा था। उन पर गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज किए गए थे। 

केस्को एमडी से बदसलूकी का आरोप 

वर्ष 2011 में तत्कालीन केस्को एमडी ऋतु माहेश्वरी से बदसलूकी करने के मामले में इरफान सोलंकी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। आरोप था कि बिजली कटौती के विरोध में वह केस्को एमडी से बगैर अप्वाइंमेंट लिए दफ्तर में समर्थकों के साथ घुस गए थे। इसके बाद उनसे अभद्रता की थी। इसके बाद केस्को एमडी ने ग्वालटोली थाने में विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था।

irfan Solanki कानपुर

नई सड़क हिंसा में आरोपी का पार्टनर है

तीन जून वर्ष 2022 को नई सड़क पर भड़की हिंसा में क्राउड फंडिंग के मुख्य आरोपी हाजी वसी और सपा विधायक इरफान सोलंकी के पार्टनरशिप की बात सामने आ गई थी। इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी और उसके चाचा मेराज सोलंकी हाजी वसी की कंपनी में हमराज कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड में पार्टनर हैं। वर्ष 2013 में हाजी वसी की कंपनी का हमराज कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के नाम से रजिस्ट्रेशन कराया गया था। इस फर्म में वसीम राइडर, कुबरा, मेराज सोलंकी और नसीम सोलंकी पार्टनर हैं। जिन सभी के खिलाफ पुलिस से लेकर प्रवर्तन निदेशालय लगातार निगाह बनाकर शिकंजा कसने में लगी है। 

चालान पर दरोगा से भिड़कर कर दी थी अभद्रता 

कोरोना के समय भी इरफान सोलंकी चर्चा में रहे। मास्क न पहनने पर दलेलपुरवा इलाके में चालान कटा तो 17 मई 2021 को इरफान अपने समर्थकों के साथ दरोगा से भिड़ गया था। इस मामले में भी दरोगा से अभद्रता करने पर विधायक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी।

भाई के तीन तलाक पर चर्चा में आए थे विधायक 

विधायक इरफान सोलंकी के सगे भाई फरहान सोलंकी पर उसकी पत्नी ने तीन तलाक और उत्पीड़न की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। फरहान की पत्नी ने उस पर मारपीट और दहेज के लिए उत्पीड़न का आरोप लगाया था। कमिश्नर के आदेश पर फरहान सोलंकी उसके भाई इमरान और उसकी पत्नी को आरोपी बनाया था। इस मामले के बाद इरफान के परिवार की काफी निंदा की गई थी क्योंकि फरहान इरफान के साथ ही रहता था। 

फोटो खींचने पर दरोगा से भिड़ गया था इरफान   

महाराष्ट्र के सपा विधायक अबू आजमी 17 सितंबर वर्ष 2021 को कानपुर आए थे। उनके स्वागत पर जाजमऊ हाईवे पर उन्हें लेने के लिए सैकड़ों कार्यकर्ता बाइक से तीन और चार सवारी बैठाकर पहुंचे थे। इस दौरान ट्रैफिक दरोगा सुधीर रावत और कांस्टेबल संजय कुमार ने तीन सवारी बगैर हेलमेट देखकर चालान के लिए फोटो खींच लिया था। इस पर इरफान सोलंकी ने ट्रैफिक दरोगा के हाथ से मोबाइल छीन लिया था। अपने हाथ से मोबाइल से फोटो डिलीट किया था। दरोगा को वर्दी उतरवाने की धमकी दी थी।

उन्नाव टेनरी में हाथ में मारा गया था चापड़

उन्नाव में करीब 10 वर्ष पहले जेएस टावर में इरफान का टेनरी में विवाद हो गया था। जिसके बाद वहां के कर्मचारियों ने हाथ में चापड़ मारकर विधायक को घायल कर दिया था। किसी तरह वह और उनके समर्थक जान बचाकर भाग निकले थे। विधायक के समर्थकों ने बाजार बंद कराकर जमकर हंगामा और बवाल काटा था। 

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