Kanpur में जवान बनाने वाली मशीन की थेरेपी से जल गया चेहरा, पड़ा सफेद निशान...लोगों ने और क्या कहा? यहां पढ़ें...

Kanpur में जवान बनाने वाली मशीन की थेरेपी से जल गया चेहरा, पड़ा सफेद निशान...लोगों ने और क्या कहा? यहां पढ़ें...

कानपुर, अमृत विचार। किदवई नगर थानाक्षेत्र के साकेत नगर में स्वरूप नगर निवासी दंपति राजीव दुबे और पत्नी रश्मि द्वारा रिवाइवल वर्ल्ड नामक संस्था खोलकर बूढ़ों को जवान बनाने का झांसा देकर 35 करोड़ की ठगी करने के आरोप में 15 से ज्यादा लोग तहरीर दे चुके हैं। इन लोगों का आरोप है, कि मशीन में दी गई आक्सीजन थेरेपी से उनके चेहरे जल गए और सफेद निशान पड़ गया। 

इन लोगों का कहना है कि इजरायल से लाई गई 25 करोड़ की मशीन बताकर उन लोगों की सेहत से खिलवाड़ किया गया। डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया कि आरोपी राजीव दुबे से लोगों से निवेश कराने के संबंध में पूछताछ की जा रही है। आरोप है कि संस्था ऑक्सीजन बार, विभिन्न तरह के फेशियल, एच ब्यूटी थेरेपी को रिवर्स एजिंग के नाम पर प्रचलित कर रहे थे। इसके लिए मल्टीलेवल मार्केटिंग स्कीम चलाई जा रही थी। आरोपी से लंबी पूछताछ चलेगी।

स्वरूप नगर की रेनू सिंह चंदेल ने आरोप लगाया था कि दंपति के झांसे में आकर उन्होंने 150 लोगों को ऑक्सीजन थेरेपी का प्लान बेचा। इससे 18.50 लाख रुपये दंपति को दिलाए। पीड़ित अभिषेक मिश्रा के अनुसार दंपति ने लोगों के सामने ऐसी मशीन रखी, जिसके बारे में किसी को जानकारी नहीं थी। जवान होने का झांसा काम कर गया, क्योंकि हर आदमी जवान दिखना चाहता है। 

इसके लिए लोगों ने पहले अपना पैसा जमा किया, फिर नजदीकियों के रुपये जमा कराए। उन्होंने 6 लाख रुपये जमा किए थे। प्रकाश यादव ने बताया कि वह सोशल मीडिया में विज्ञापन देखकर फंस गए। हालांकि ये बात चौंकाने वाली थी कि कोई मशीन ऐसी भी है, जो 60 साल वाले को 25 साल का जवान बना देगी। मशीन देखकर पहले दिन शक हुआ था। 

थेरेपी से शरीर के सेल होते रिकवर 

प्रिंस गुप्ता ने तहरीर में आरोप लगाया था कि राजीव और उसकी पत्नी रश्मि थेरेपी लेने वाले लोगों को समझाते थे कि पुराने जमाने में लोग 120 साल जीते थे। लेकिन अब वातावरण प्रदूषित हो चुका है। अमेरिका और इजरायल में वैज्ञानिकों ने रिसर्च की है। मशीन हाईस्पीड में शुद्ध ऑक्सीजन देती है, जिसकी थेरेपी से शरीर के सेल रिकवर होते हैं और लोग युवा दिखने लगते हैं। 

अभिनेता भी करते हैं इसी थेरेपी का इस्तेमाल

धर्मेंद्र कुमार ने बताया था कि दंपति लोगों को मशीन से संबंधित खबरें दिखाते थे। यह भी बताते थे कि प्रधानमंत्री के अलावा कई अभिनेता और क्रिकेटर इसका इस्तेमाल करते हैं। लेकिन थेरेपी लेने पर समझ में आ गया कि वह लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में जब रुपये मांगे तो दंपति झगड़ा करने लगे।

क्या होती है हाइपर बेरिक ऑक्सीजन थेरेपी 

हाइपरबेरिक ऑक्सीजन थेरेपी एक ऐसा उपचार है, जिसका इस्तेमाल घावों और संक्रमण को ठीक करने की रफ्तार बढ़ाने के लिए किया जाता है। हाइपर का अर्थ है बढ़ाना और बेरिक का मतलब है दबाव। इस प्रक्रिया में ऊतकों में ठीक होने के लिए आवश्यक ऑक्सीजन की कमी को पूरा किया जाता है। इसमें मरीज एक कमरे में प्रवेश करते हैं, जिसे हाइपरबेरिक चैंबर कहा जाता है। 

हाइपरबेरिक ऑक्सीजन थेरेपी एक प्रकार का उपचार है जिसका उपयोग कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्तता, गैंगरीन और उन घावों को जल्दी ठीक करने के लिए किया जाता है जो ठीक नहीं हो रहे होते हैं। ऑक्सीजन त्वचा के लिए भी अच्छी मानी जाती है। शरीर पर एजिंग के प्रभाव को कम करने के लिए भी इस थेरेपी के प्रयोग की बात कही जाती है। ऐसा दावा किया जाता है कि इससे स्किन में नए सेल्स बनते हैं, जिससे त्वचा टोन होती है।

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