UP STF की बड़ी कार्रवाई: निवेशकों के 150 करोड़ों की ठगने वाले गिरोह के सरगना को किया गिरफ्तार

वर्ल्डवाइड वर्चुअल करेंसी के एक्सचेंज के फर्जी लाइसेंस दिखाकर कर रहा था ठगी

UP STF की बड़ी कार्रवाई: निवेशकों के 150 करोड़ों की ठगने वाले गिरोह के सरगना को किया गिरफ्तार

लखनऊ, अमृत विचार। फर्जी वर्चुअल क्वाइन (रूबी क्वाइन) बनाकर लाभ देने का झांसा दिया। साथ ही वर्ल्डवाइड वर्चुअल करेंसी के एक्सचेंज के फर्जी लाइसेंस दिखाकर हजारों लोगों से 150 करोड़ रुपये निवेश कराकर ठगने वाले गिरोह के सरगना को एसटीएफ ने शुक्रवार को दबोच लिया है। पकड़ा गया आरोपी निवेश के रुपये को क्रिप्टो करंसी में बदलकर विदेश भागने के तैयारी कर चुका था। एसटीएफ गिरोह के नेटवर्क के बारे में जानकारी जुटा रही है।

एसटीएफ के डिप्टी एसपी दीपक कुमार सिंह ने बताया कि पकड़ा गया जालसाज दिल्ली के द्वारिका कुतुबबिहार भाई-भाई रोड का रहने वाला समीर केशरी है। वह मूलत: पश्चिम बंगाल के इंग्लिश बाजार स्थित गएसपुर कलता पाडा का रहने वाला है। आरोपी के पास से टीम ने एक लैपटॉप, आईफोन, पासपोर्ट, पैन और आधार कार्ड, 15 कूपन, रूबी थानी प्रोजेक्ट मैनेजमेंट सर्विस का लेटर पैड व विजिटिंग कार्ड बरामद हुआ है।

छत्तीसगढ़ृ पुलिस ने किया था गिरफ्तार

डिप्टी एसपी दीपक सिंह ने बताया कि समीर कोलकाता में एंजेला एग्रोटेक कंपनी में काम रकता था। अपनी बेहतर काम के दम पर कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में शामिल हो गया। कंपनी में 2016 में फर्जीवाड़ा हुआ। जिसमें समीर को छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की पुलिस ने गिरफ्तार किया था। 

जेल से रिहा होने के बाद रायपुर में रहने लगा। वहां पर उसने रूबी क्वाइन नाम की वर्चुअल क्वाइन की शुरूआत की। उसके जाल में लोग फंसने लगे। कंपनी में निवेशकों की संख्या बढ़ने लगी। लालच दिया कि निवेशक की मूल पूंजी हमेशा सुरक्षित रहेी और यदि निवेशक रुपये वापस लेना चाहे तो तीन साल बाद सूचना देकर अपने खाते में वापस ले सकता है। समीर निवेशकों को पर्यटन स्थलों का टूर पैकेज देता था।

दुबई के सीटीएस कोला में क्वाइन एक्सचेंज होना बताया

पूछताछ में जालसाज ने बताया कि निवेशकों को संदेह न हो इसके लिए अपनी क्वाइन को स्वयं द्वारा बनाए गए क्वाइन एक्सचेंज सीटीएस कोला में होना बताया। सीटीएस कोला का ऑफिस दुबई में होने की जानकारी दी। पर, सारा हैंडलिंग लोकल सर्वर पर करता था। इसका एडमिन राइट भी समीर के पास ही था। रूबी क्वाइन की साइट के सहारे निवेशकों की डिटेल हासिल कर खाता खोला जाता था। जिसमें निवेशकों की रकम के बदले में रूबी क्वाइन दिखाया जाता था। लेकिन हकीकत में कोई एक्सचेंज सिस्टम संचालित ही नही था। जब देनदारी अधिक हो जाती तो निवेशक के खाते निष्क्रिय कर देता था।

लखनऊ से संचालित कर रहा था गिरोह

एसटीएफ के अधिकारी के मुताबिक समीर केशरी पिछले दो साल से लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में किराए का फ्लैट ले रखा था। यहीं से वह अपना गिरोह संचालित करता था। उसके खिलाफ सुशांत गोल्फ सिटी थाने में रिपोर्ट दर्ज है। इसकी जानकारी होने के बाद वह निवेश की रकम को वर्चुअल क्वाइन में बदलकर दुबई भागने के फिराक में था।एसटीएफ उसके गिरोह के बारे में जानकारी जुटा रही है।

यह भी पढ़ें:-अमेठी हत्याकांड: मुख्य आरोपी चंदन का पुलिस ने किया एनकाउंटर, सर्विस रिवाल्वर छीनकर की थी मारने की कोशिश