प्रतापगढ़: राज्य विश्वविद्यालय के रवैये से नाराजगी, कुलपति से मिलेगा शिक्षक संघ

प्रतापगढ़: राज्य विश्वविद्यालय के रवैये से नाराजगी, कुलपति से मिलेगा शिक्षक संघ

प्रतापगढ़, अमृत विचार। प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) विश्वविद्यालय प्रयागराज से संबद्ध महाविद्यालय शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन (प्रसुऑक्टा) की बैठक पीबीपीजी कालेज सिटी में हुई। प्रतापगढ़, प्रयागराज, कौशांबी व फतेहपुर के 14 अनुदानित महाविद्यालयों के शिक्षक संघों के पदाधिकारी बैठक में शामिल हुए। समस्याओं और प्रशासनिक अनियमितताओं पर हुंकार भरते हुए शिक्षकों ने विस्तार से चर्चा की। एकजुट होकर कुलपति से मिलने का निर्णय लिया गया। मांगे पूरी न होने पर आंदोलन की रणनीति बनेगी।शिक्षक (1)

बैठक को संबोधित करते हुए प्रो. संतोष पांडेय और प्रो. अरुण तिवारी ने बीओएस और विद्या परिषद के गठन में वरिष्ठता की अनदेखी और मनमाने चयन पर नाराजगी जताई। प्रो. विवेक निराला और डॉ. राहुल ने कहा कि संघ की चुप्पी शिक्षकों के हितों को नुकसान पहुँचा रही है। डॉ. एस.के.राही व डॉ.अखिलेश सरोज ने प्रायोगिक परीक्षाओं में पुरानी पद्धति से नियुक्ति की माँग की। डा.अनिल यादव व डॉ. नीरज त्रिपाठी ने पेपर वितरण डाक द्वारा करने की मांग रखी।

डॉ. अखिलेश मोदनवाल ने कहा कि नियमित बैठकें और चुनाव न होने से संघ के प्रति विश्वास घट रहा है। व्हाट्सएप  ग्रुप पर राजनीतिक पोस्ट से बचने का सुझाव दिया। प्रसुऑक्टा उपाध्यक्ष डॉ. प्रणव ओझा ने दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय पदाधिकारियों को नजरअंदाज करने पर नाराजगी जताई। सभी को सुनने के बाद प्रसुऑक्टा अध्यक्ष प्रो. पवन पचौरी और महामंत्री डॉ. विपिन कुमार ने शिक्षकों की समस्याओं के समाधान के लिए जल्द ही कुलपति को कार्यकारिणी के साथ ज्ञापन सौंपने का आश्वासन दिया। फुफुक्टा महामंत्री प्रो.पी.के. सिंह व पीबीपीजी कॉलेज इकाई के अध्यक्ष प्रो. ब्रह्मानंद प्रताप सिंह ने शिक्षकों से एकजुट होकर संघर्ष करने की अपील की। अंत मे प्रतापगढ़ जिलाध्यक्ष डॉ. शिव प्रताप सिंह ने उपस्थित सभी पदाधिकारियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर प्रो. उपेन्द्र कुमार सिंह, प्रो.आर.के. अग्रहरि, डा.राजीव सिंह, रश्मि सिंह, डॉ. श्रद्धा श्रीवास्तव, डॉ. वंदना सिंह, डा.संजय दुबे, डॉ रंजीत पटेल, डा.देवेश सिंह आदि शिक्षक उपस्थित रहे।

यह भी पढ़ें: Israel-Iran War : भारत ने अपने नागरिकों के लिए जारी की एडवाइजरी, कहा-गैर जरूरी यात्रा से बचें और दूतावास के संपर्क में रहें