Unnao: अनुज सिंह एनकाउंटर की होगी मजिस्ट्रियल जांच, एसटीएफ से मुठभेड़ में मारा गया था सुल्तानपुर डकैती का आरोपी
उन्नाव, अमृत विचार। सुल्तानपुर में भरत ज्वैलर्स में हुई दिनदहाड़े 1.35 करोड़ की डकैती के आरोपी की अचलगंज थानाक्षेत्र में हुई एसटीएफ से हुई मुठभेड़ में मौत के बाद डीएम ने पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। डीएम ने सिटी मजिस्ट्रेट को जांच सौंपते हुए रिपोर्ट देने को कहा है। इसके लिए 15 दिन की समय सीमा भी निर्धारित की है।
बता दें कि बीती 28 अगस्त को सुल्तानपुर में असलहों के बल पर सर्राफ भरत सोनी के प्रतिष्ठान में पड़ी डकैती में करोड़ों के जेवर बदमाश उठा ले गए थे। यूपी एसटीएफ को बदमाशों को दबोचने के लिए लगाया गया था। डकैती में शामिल अमेठी निवासी अनुज प्रताप सिंह के अचलगंज थानाक्षेत्र में गंगा कटरी के गांव कोलुहागाढ़ा में छिपे होने की सूचना पर बीती 22 सितंबर की रात से लखनऊ एसटीएफ के सीओ प्रमेश शुक्ला की अगुवाई एसटीएफ व अचलगंज पुलिस ने घेराबंदी कर 23 सितंबर कोलुहागाढ़ा-बेथर मार्ग पर बिहारी मंदिर के पास अनुज को घेरा था।
भागने के प्रयास में अनुज व उसके साथी ने पुलिस टीम पर फायरिंग की थी। जवाबी कार्रवाई में एसटीएफ की ओर से हुई फायरिंग में सिर में गोली लगने से अनुज की मौत हो गई थी। एनकाउंटर को लेकर तमाम बयानबाजी शुरू हुई। विपक्ष ने एसटीएफ की कार्रवाई को पूर्व नियोजित बता इसे हत्या के समान करार दिया था। मृतक के परिजन भी इशारों में कार्रवाई को लेकर सवाल उठा रहे थे।
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए डीएम गौरांग राठी ने इस मुठभेड़ की मजिस्ट्रियल जांच कराने के आदेश दिए हैं। उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट राजीव राज को यह जिम्मेदारी सौंपी है। जिससे यह स्पष्ट होगा कि मुठभेड़ के दौरान हकीकत में क्या हुआ था।
इसे लेकर सिटी मजिस्ट्रेट राजीव राज ने बताया कि जिलाधिकारी महोदय द्वारा मुठभेड़ केस की जांच हमें सौंपी गई हैं। 15 दिन में जांच करने का समय दिया गया है। पूरे साक्ष्य न मिलने पर जांच का समय आगे भी बढ़ाया जा सकता है।
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