कासगंज: मोहिनी हत्याकांड...पुलिस की जांच पर कई सवाल तो अधिवक्ताओं में कार्रवाई न होने का मलाल 

अब तक की गई कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है  मोहिनी के परिजन और साथी अधिवक्ता

कासगंज: मोहिनी हत्याकांड...पुलिस की जांच पर कई सवाल तो अधिवक्ताओं में कार्रवाई न होने का मलाल 

कासगंज, अमृत विचार। महिला अधिवक्ता मोहिनी हत्याकांड के मामले में पुलिस लापरवाही के आरोप में घिरती जा रही है। एक के बाद एक लगातार लग रहे आरोप नए सवाल खड़े कर रहे हैं। अधिवक्ता हड़ताल कर सिर्फ आकस्मिक कार्य कर रहे हैं। इधर परिजन भी संतुष्ट नहीं है। इस बीच पुलिस दावा कर रही है कि जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी कर घटना का खुलासा किया जाएगा।

अधिवक्ताओं ने एक बार फिर से सही खुलासे के लिए हड़ताल शुरू कर दी है। मंगलवार को हड़ताल का दूसरा दिन था।  मोहिनी तोमर की निर्मम हत्या का खुलासा न होने से बाहों में काली पट्टी बांधकर पुलिस प्रशासन के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन किया। वरिष्ठ अधिवक्ता सत्येंद्र पाल सिंह बैस ने कहा  कि पुलिस  20 दिन व्यतीत होने के बाद भी महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर की निर्मम हत्या का खुलासा पुलिस नहीं कर पाई है। जिससे जनपद कासगंज के अधिवक्ताओं में आक्रोश है। उन्होंने कहा कि पुलिस महिला अधिवक्ता का मोबाइल, कपड़े व अन्य सामान बरामद नहीं कर पाई है। किडनैप करने वालों में से रेनू व बॉबी पुलिस भी गिरफ्त में आए और उन्हें जेल भेज दिया गया, लेकिन पुलिस यह नहीं जान पाई हत्या कैसे की? क्यों की? किसने की? पुलिस यह गुत्थी  सुलझाने में 20 दिन व्यतीत होने के बाद भी नाकाम रही है। अधिवक्ता मोहिनी तोमर की निर्मम हत्या मिस्ट्री को पुलिस को सुलझाना ही होगा।  अगर पुलिस जल्द खुलासा नहीं कर पाई तो जनपद कासगंज के अधिवक्ता आंदोलन को मजबूर होंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। महिला अधिवक्ता की निर्मम हत्या की जांच सीबीआई से कराने की मांग भी जनपद कासगंज के अधिवक्ता शुरू से कर रहे हैं। विरोध प्रदर्शन करने वालों में बार एसोशिएशन के अध्यक्ष योगेश शर्मा, सचिव चेतन चौहान, प्रेम सिंह, अभिषेक गुप्ता, अब्दुल हई, अमित सोलंकी, कमल कुमार यादव, संजीव सोलंकी, अरविंद कुमार, शिवकुमार चौहान,  शिव प्रताप,  मोहम्मद यासीन, आशीष कुमार, पीयूष, मुनव्वर हसन, धारा सिंह, मधुर वशिष्ठ, अयोध्या प्रसाद, जितेंद्र कुमार सिंह, रविकांत, पंकज चतुर्वेदी आदि अधिवक्ता हैं।

फरार आरोपियों पर इनाम घोषित 
आरोपी रजत और सुनील फौजी पर एसपी कासगंज अपर्णा कौशिक ने 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। इन आरोपियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है, लेकिन दूसरी तरफ पुलिस सूत्रों का कहना है कि पुलिस मुख्य आरोपियों के समीप तक पहुंच चुकी है और उनके रिश्तेदारों को भी हिरासत में ले चुकी है। एसपी अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि फरार चल रहे हैं आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए इनाम घोषित कर दिया गया है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जो भी अन्य तथ्य सामने आएंगे। उसके आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। 


यह था मामला 
बीती तीन सितंबर को महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर न्यायालय के द्वार से लापता हो गई थी। चार सितंबर की शाम को शव मिला था। हत्या के आरोप में पांच अधिवक्ता और एक विधि छात्र को जेल भेजा गया, लेकिन पुलिस ने सही खुलासा नहीं किया। बाद में दो अन्य आरोपी की जेल भेजे गए। अब पुलिस दो फरार आरोपियों की तलाश कर रही है। इस बीच सीमा नाम की एक महिला का नाम भी सामने आया है, जो सुपारी की रकम लेकर फरार है।

पति का आरोप
महिला अधिवक्ता के पति ब्रिजतेन्द तोमर का कहना है कि पुलिस मनमानी कर रही है। विवेचना काफी धीमी गति से की जा रही है और सही खुलासा नहीं किया जा रहा है। इससे परिवार में डर का माहौल बना हुआ है।

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