Kanpur: युवाओं को सता रही 'होम सिकनेस', रोजगार मेले में ठुकरा रहे नौकरी, अब सेवायोजन विभाग उठाएगा ये कदम...

Kanpur: युवाओं को सता रही 'होम सिकनेस', रोजगार मेले में ठुकरा रहे नौकरी, अब सेवायोजन विभाग उठाएगा ये कदम...

कानपुर, अमृत विचार। सेवायोजन विभाग में अगले महीने से युवाओं को नौकरी के लिए शहर छोड़ने के लिए प्रेरित करेगा। इसके लिए अगले महीने से युवाओं की काउंसिलिंग की जाएगी। रोजगार मेलों में बाहर की निजी कंपनियों के प्रतिनिधियों से साक्षात्कार के दौरान युवाओं की ओर से नौकरी के लिए मना किए जाने के आंकड़े बढ़ने पर यह निर्णय लिया गया है। 

सेवायोजन विभाग की ओर से हर महीने चार रोजगार मेला लगाए जाते हैं। इन मेलों में अक्सर बाहर की निजी कंपनियां रोजगार देने के लिए शहर आती है। इनमें कई निजी कंपनियां ऐसी भी हैं जो युवाओं को 25 हजार रुपये तक ऑफर कर चुकी है। इसके बाद भी युवा शहर से बाहर नौकरी करने के लिए मना कर रहे हैं। 

विभाग की ओर से युवाओं से बातचीत पर यह पता चला कि ज्यादातर युवा ‘होम सिकनेस’ की वजह से ऐसा कर रहे हैं। इसके लिए अब विभाग की ओर से युवाओं को काउंसिलिंग के जरिए करियर के लिए शहर से बाहर जाने पर सफलता के बारे में बताया जाएगा। इसके लिए विशेषज्ञ मेलों से पहले युवाओं से संवाद करेंगे। 

इस तरह से युवाओं को यह काउंसिलिंग निशुल्क महीने में चार बार उपलब्ध हो सकेगी। पूरे मामले पर सहायक निदेशक उज्जवल कुमार सिंह ने बताया कि युवाओं को दी जाने वाली इस नई सुविधा के लिए सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। रोजगार मेलों की तारीखों का शिड्यूल फाइनल होने के बाद काउंसिलिंग की तारीखों का भी ऐलान कर दिया जाएगा। 

60 फीसदी युवा करते हैं मना

विभाग की ओर से पिछले 8 रोजगार मेलों की बात की जाए तो इनमें 17 ऐसी निजी कंपनियां शामिल हो चुकी है जिन्होंने युवाओं को शहर से बाहर रोजगार ऑफर किया था। इन कंपनियों में 823 युवाओं ने साक्षात्कार दिया था। 

इनमें 469 युवा ऐसे थे जिन्होंने साक्षात्कार के दौरान ही शहर से बाहर जाने के लिए इनकार कर दिया था। इनकार करने वाले युवाओं में 371 युवा ऐसे थे जिन्हें बाहर रोजगार देने वाली निजी कंपनियों ने नौकरी के लिए सहमति प्रदान कर दी थी।

यह भी पढ़ें- Kanpur: बच्ची का पिता पहुंचा थाने; बोला- साहब! गलती हो गई थी...कोई कार्रवाई नहीं चाहता, जानिए पूरा मामला