लखीमपुर खीरी: नेपाली गैंडे को भाया रामलोक...गन्ने के खेतों में जमाया डेरा

सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम कर रही निगरानी

लखीमपुर खीरी: नेपाली गैंडे को भाया रामलोक...गन्ने के खेतों में जमाया डेरा

लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। घाघरा नदी में बहकर आए नेपाली गैंडे को कोतवाली धौरहरा के रामलोक इलाका भा गया। वह आठ दिनों से गांव के आसपास गन्ने के खेतों में घूम रहा है। मंगलवार की शाम खेतों की तरफ गए किसानों ने जब गैंडे को देखा तो इसकी खबर वन विभाग के अफसरों को दी। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम गैंडे की निगरानी कर रही है। 

ग्रामीणों ने बताया कि धौरहरा वनरेंज क्षेत्र में आठ दिन पहले एक गैंडा घाघरा नदी में बहता हुआ दिखाई दिया था, जिसने रामलोक गांव के खेतों में डेरा लिया है। वह गन्ने के खेतों में ही घूम रहा है। मंगलवार को खेतों की तरफ गए लोगों की नजर जब गैंडे पर पड़ी तो वह सहम गए और खेतों की तरफ जाना बंद कर दिया। ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी। सूचना पाकर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को हिदायत दी कि वह सतर्क रहें। जहां भी गैड़ा दिखाई दे। उसे कतई न छेड़े और उससे दूर रहे। वन विभाग को  भी सूचना दें। ग्रामीणों के मुताबिक गैंडा आठ दिनों से गन्ने के खेतों में छिपा बैठा है। सबसे पहले ग्रामीणों ने हरसिंहपुर गांव के खेतों में इसे देखा था। वन विभाग को सूचना दी थी। क्षेत्रीय वनाधिकारी नृपेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि घाघरा नदी में आई बाढ़ में बहकर आया गैंडा नेपाल का हो सकता है। हालांकि गैंडे ने किसी को अभी तक कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है। ग्रामीणों को सतर्क रहने को कहा गया है। वन विभाग की टीम निगरानी कर रही है।

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