प्रतापगढ़: पंचायत सचिव को DM ने हटाया, डीपीआरओ ने किया बहाल

बाबागंज, प्रतापगढ़, अमृत विचार। बाबागंज ब्लाक में भ्रष्टाचार चर्चा में है। अफसरों के आदेश के बाद भी उस पर अमल नहीं हो रहा है। झींगुर ग्राम पंचायत में तैनात पंचायत सचिव को जिलाधिकारी ने ग्रामीणों की शिकायत पर स्थानांतरित कर दिया। बावजूद इसके वह डटे रहे और फाइलों पर हस्ताक्षर भी कर रहे हैं। आरोप है कि नवागत पंचायत सचिव को चार्ज भी नहीं दिया गया। बाद में डीपीआरओ ने हटाये गए पंचायत सचिव को पुनः वहीं तैनाती दे दी।

बाबागंज ब्लॉक के झींगुर ग्राम पंचायत में नियुक्त पंचायत सचिव सुनील सरोज पर फर्जी एससी/एसटी के मामले में फसाने की धमकी देने का आरोप लगा था। आरोप लगाने वाले विनोद कुमार मिश्रा ने सम्पूर्ण समाधान दिवस पर कुंडा तहसील में सीडीओ को लिखित शिकायती पत्र दिया था। उन्होंने मामले की जांच डीपीआरओ को दी। जांच के बाद जिलाधिकारी कार्यालय से 31 जुलाई को पंचायत सचिव सुनील सरोज को ग्राम पंचायत झींगुर से हटाने का आदेश दिया गया। अंकुर पांडेय को ग्राम पंचायत झींगुर का पंचायत सचिव नियुक्त किया गया। आरोप है कि बावजूद इसके सुनील सरोज ने फाइलों पर हस्ताक्षर करते हुए मनरेगा का मस्टररोल निकाल दिया व ग्राम पंचायत झींगुर में लगातार बने रहे। खास बात यह रही कि आईजीआरएस पर की गई शिकायत पर जांच आख्या अंकुर पांडेय लगाते रहे। मामले की जानकारी होने पर शिकायतकर्ता ने बीडीओ बाबागंज को पुनः शिकायती पत्र देकर सुनील सरोज को ग्राम पंचायत झींगुर से हटाने की शिकायत की।

बीडीओ  ने तत्काल मौखिक रूप से तकनीकी सहायक गंगा प्रसाद मिश्र से भुगतान फाइल और एमबी पर सुनील सरोज के हस्ताक्षर कराने से मना कर दिया। हालांकि डीपीआरओ द्वारा पंचायत सचिव सुनील सरोज को झींगुर ग्राम पंचायत में पुनः नियुक्त कर दिया गया है। चर्चा है कि खंड विकास अधिकारी बाबागंज ने सम्बंधित ग्राम पंचायत में कार्यभार ग्रहण न करने पर आख्या भेजकर अंकुर पांडेय को निलंबित करने की बात कही है। वहीं शिकायतकर्ता ने अधिकारियो को पत्र भेजकर तत्काल पंचायत सचिव सुनील सरोज को हटा कर भ्रष्टाचार पर रोक लगाए जाने की मांग की है। शिकायतकर्ता विनोद मिश्रा का कहना है कि ऐसे में अफसरों से भरोसा उठता जा रहा है। जिलाधिकारी संजीव रंजन ने बताया कि ग्राम पंचायत झींगुर से पंचायत सचिव सुनील सरोज को हटाने का आदेश दिया गया था। परंतु उनके द्वारा पुनः फाइलों पर हस्ताक्षर करने का प्रकरण प्रकाश में आया है। वहां तैनात किए गए पंचायत सचिव ने कार्यभार ग्रहण क्यों नहीं किया।सम्बंधित मामले की जांच कराई जाएगी।

यह भी पढ़ें- कानपुर की मॉडल के बाद पारा में दुष्कर्म पीड़िता पर हमला : लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस पर लहुलूहान हालत में मिली युवती