Fatehpur: गर्भवती छात्रा की हत्या का मामला: पुलिस ने संदिग्धों को उठाया, शुरू की पूछताछ, अनसुलझे हैं ये सवाल...
फतेहपुर, अमृत विचार। गर्भवती छात्रा की हत्या के मामले में पुलिस ने कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है। संदिग्धो के बयान के आधार पर पुलिस हत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी हुई हैं। लेकिन पुलिस कोई ठोस नतीजे पर नहीं पहुँच सकी है। हालांकि संदिग्ध की कार से साक्ष्य संकलन के लिए कानपुर से फोरेसिंक टीम बुलाई गई है। करीब दो घंटे तक टीम साक्ष्य संकलन में जुटी रही।
बिन्दकी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली हाईस्कूल छात्रा शनिवार शाम कोचिंग के बहाने घर से निकली थी। उसका बिंदकी बाईपास जाफराबाद गांव के पास रविवार सुबह बाग किनारे से हत्या कर फेंका शव बरामद हुआ था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किशोरी के गर्भवती होने का खुलासा हुआ था।
लेकिन परिजन इस बात से इंकार कर रहे हैं। मामले में पुलिस ने एक सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी के पुत्र और उसके दोस्त व परिवार के एक करीबी को हिरासत में लिया है। प्रशासनिक अधिकारी के पुत्र की कार घटना में इस्तेमाल किए जाने का अंदेशा जताया जा रहा है। सीडीआर से प्रशासनिक अधिकारी के पुत्र व छात्रा के बीच बातचीत होना स्पष्ट हुआ है।
प्रशासनिक अधिकारी के पुत्र की कार में कीचड़ और नंबर प्लेट छिपाने को मिट्टी का उपयोग होना बताया जा रहा है। बिंदकी सर्किल के एक दूसरे थाने में टीमों की कड़ी पूछताछ में संदिग्धों ने कई राज उगले हैं। इसके अलावा परिवार के एक करीबी को पकड़ा है। तीनों पुलिस को अलग-अलग कहानी बता रहे हैं। घटनाक्रम पूरी तरह से मेल नहीं खा पा रहा है।
प्रशासनिक अधिकारी के पुत्र की कार से साक्ष्य जुटाने को कानपुर से फोरेंसिक टीम बुलाई गई। पुलिस ने कार की गहनता से करीब दो घंटे तक जांच के बाद सैंपल लिए हैं। कानपुर जोन की फोरेंसिक टीम ने कार के डोर हैंडल, स्टेयरिंग, सीट, डैशबोर्ड के फिंगरप्रिंट के नमूने लिए। पुलिस सूत्रों के मुताबिक हत्याकांड को लेकर संदिग्धों से पुलिस कोई ठोस साक्ष्य नहीं जुटा पा रही है।
एक प्रशासनिक अधिकारी के पुत्र से छात्रा के परिजनों के मोबाइल पर बातचीत होने का पता लगा है। बातचीत मोबाइल पर व्हाट्सएप कालिंग पर होती थी। उसने छात्रा से संबंध होने की बात कही है, लेकिन हत्या की बात कबूल नहीं की है. कई और सवालों के जवाब पुलिस ढूंढ रही है जैसे परिजनों के बयान के आधार पर छात्रा कोचिंग बैग लेकर गई थी।
लेकिन छात्रा के शव के पास पुलिस को कोई बैग नहीं मिला और न ही अभी तक पुलिस बैग बरामद कर पाई है। इसके अलावा अगर छात्रा की हत्या भोर पहर हुई है तो पूरी रात छात्रा को कहां रखा गया था? क्योंकि रात में मुकदमा लिखने के बाद पुलिस और परिजन छात्रा की खोज में जुटे थे। ऐसे कई सवाल पुलिस के लिए अनसुलझे बने हुए है। जिनको पुलिस सुलझाने में जुटी हुई है। एसपी धवल जायसवाल ने बताया कि हत्याकांंड का आने वाले 24 घंटे में खुलासा किया जाएगा।