Exclusive: वक्फ संशोधन बिल पर राय की तिथि बढ़ाने का विरोध, पर्सनल लॉ बोर्ड के महामंत्री ने लगाया ये आरोप...
कानपुर, जमीर सिद्दीकी। प्रस्तावित वक्फ संशोधन बिल का एक ओर जहां मुस्लिम संगठन विरोध कर रहे हैं, वहीं बिल के समर्थन में कई हिंदू संगठन खुलकर मैदान में आ गये हैं। बिल पर संसद से गठित संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) ने लोगों से राय मांगी है, जिसकी अंतिम तिथि 13 से बढ़ाकर 15 सितंबर किए जाने पर आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महामंत्री मौलाना फजलुर्रहीम मुजद्दी ने एक वीडियो जारी करके कहा है कि वक्फ संशोधन बिल पर जेपीसी ने लोगों की राय लेने के लिए 13 सितंबर की तिथि तय की थी। लेकिन इस रायशुमारी में हिंदू संगठनों को मौका देने के लिए अब अंतिम तिथि 15 सितंबर कर दी गई है।
इससे पहले यूसीसी (समान नागरिक संहिता) में भी यही हुआ था, तब भी मुसलमानों का जुनून देखकर सरकार के हाथ-पांव फूल गए थे और यूसीसी के समर्थन में ज्यादा ई मेल भेजे जा सकें, इसलिए समय सीमा अचानक बढ़ा दी गई थी। लेकिन इसके बावजूद मुस्लिमों के ई मेल की संख्या विरोधियों से ज्यादा निकली थी।
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महामंत्री ने अपील है कि जेपीसी को वक्फ संशोधन बिल पर क्यूआर कोड और लिंक के जरिए जोरदार तरीके से राय भेजना जारी रखें। अब आपकी राय 15 सितंबर को रात 12 बजे तक स्वीकार की जाएगी।