बागेश्वर: रामगंगा नदी में बने पुल के ध्वस्त होने के बाद अब सतेश्वर पुल को भी खतरा
बागेश्वर, अमृत विचार। रामगंगा नदी में बने पुल के ध्वस्त होने के बाद अब सतेश्वर पुल को भी खतरा बना हुआ है। सतेश्वर मंदिर को जाने वाले झूला पुल के समीप तस्करों द्वारा अवैध रूप से खनन किया जा रहा है। जिससे पुल के अपार्टमेंट को खतरा बना हुआ है। राजस्व पुलिस खनन पर प्रतिबंध नहीं लगा पा रही है। जबकि ग्रामीणों ने राजस्व पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगाया है।
रविवार रात सरयू नदी के उफान में आने के कारण रामगंगा नदी पर बागेश्वर व पिथौरागढ़ जनपद को जोड़ने वाला पुल क्षतिग्रस्त हुआ था। इसके बाद सतेश्वर मंदिर के समीप बने पुल में खतरा पैदा होने की संभावना है। पुल के नीचे लंबे समय से दर्जनों मजदूरों द्वारा खनन करके रेता व पत्थर निकाले जा रहे हैं।
जिससे पुल को खतरा बना हुआ है। ग्रामीण प्रताप सिंह, किशन सिंह, बालम सिंह, गोविंद सिंह ने बताया कि पुल के नीचे से खनन करने से पुल को खतरा बना हुआ है। कहा कि यहां पर तस्करों द्वारा दिन में खनन करके रात्रि में वाहनों से तस्करी की जा रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि राजस्व पुलिस व वन कर्मचारी भी सब कुछ जानते हुए भी तस्करों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पा रही है। उन्होंने खनन बंद किए जाने की मांग की है।