सोहावल ग्राम में अजब-गजब पंचायत, हर कोई करता अपनी मनमानी, तीन साल से नहीं हुई खुली बैठक
परेशान ग्रामीणों को लगानी पड़ती है ब्लॉक तक दौड़
बड़ागांव/अयोध्या, अमृत विचार: सोहावल ब्लाक की एक ऐसी ग्राम पंचायत है। जहां तीन साल से खुली बैठक ही नहीं हुई। जिसकी वजह से विकास के प्रस्ताव तक नहीं पास किए जा सके हैं। पंचायत का बुरा हाल है और ग्रामीणों को जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र आदि के लिए ब्लाक मुख्यालय तक दौड़ लगानी पड़ती है। यह हाल तब है जब खंड विकास अधिकारी भावना यादव की ओर तीन बार पंचायत को नोटिस निर्गत किया जा चुका है। अब ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र भेज हस्तक्षेप की मांग उठाई है।
सोहावल ब्लॉक की ग्राम पंचायत हरिबंधनपुर में ग्राम पंचायत सचिव सुशील पांडे और प्रधान राम लल्लन हैं। सचिवालय होने के बावजूद भी पंचायत के सदस्य मनमानी करने में लगे हुए हैं। निर्माण समिति के अध्यक्ष रामकरन पांडेय, सदस्य आरती मिश्रा, शत्रोहन रावत, राहुल पांडेय का आरोप है कि ग्राम पंचायत सचिव कई-कई महीने ग्राम पंचायत सचिवालय पर नहीं बैठते। समस्याओं का सामना करते हुए ग्रामीणों को परिवार रजिस्टर, जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए ब्लॉक की दौड़ लगानी पड़ती है। जिसकी शिकायत निर्माण सीमित के अध्यक्ष और सदस्यों ने एडीओ पंचायत से की है। निर्माण समिति के अध्यक्ष बताते हैं कहीं भी कोई निर्माण होता है तो न सहमति ली जाती है और न जानकारी दी जाती है।
एडीओ पंचायत अनिरुद्ध सिंह वर्मा ने शिकायत मिलने की पुष्टि करते हुए बताया सचिव सुशील पांडेय की कार्य शैली की जांच की जाएगी। रोस्टर को फॉलो न करते पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर ग्राम पंचायत सचिव सुशील पांडेय ने आरोपों को निराधार बताया। हालांकि तीन साल से बैठक न होने को लेकर उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
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