जम्मू हादसे में बलिदान हुआ कानपुर का लाल: सेना में सिपाही के पद पर तैनात थे, कल शहर आ सकता पार्थिव शरीर, गांव में शोक की लहर

जम्मू हादसे में बलिदान हुआ कानपुर का लाल: सेना में सिपाही के पद पर तैनात थे, कल शहर आ सकता पार्थिव शरीर, गांव में शोक की लहर

कानपुर, अमृत विचार। जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में बड़ा हादसा हुआ है। सेना का एक वाहन खाई में गिर गया। हादसे में चार सैनिकों की मौत हो गई। जबकि कई अन्य घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। समाचार लिखे जाने तक मौके पर राहत एवं बचाव कार्य चल रहा है। जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में शनिवार दोपहर यह हादसा हुआ। बताया जा रहा है कि फिसलन के कारण सेना का एक ट्रक पहाड़ी से नीचे खाई में गिर गया। इस हादसे में चार जवानों की मौत हो गई। जिसमें शिवराजपुर के दुर्गापुर गांव निवासी सत्येंद्र यादव के पुत्र पवन यादव की भी मौत हो गई। 

पवन यादव तमिल बटालियन में सिपाही के पद पर तैनात थे। शनिवार की शाम जब सूचना शिवराजपुर के दुर्गापुर स्थित गांव में मिली तो परिवार सहित पूरे गांव में कोहराम मच गया। देश के लिए वीर सपूत ने अपनी जान भी न्यौछावर कर दी, जिसके बाद पूरे इलाके के लोग बलिदानी पवन यादव के घर पर पहुंच कर उनके इस दुखी की घड़ी में ढांढस बंधाने लगे। 

बता दें कि अभी कुछ दिन ही पूर्व पवन यादव अपनी छुट्टी बिताकर कश्मीर में गए थे। 2 दिसंबर को उनके बच्चे का जन्मदिन भी था। जन्मदिन हर्षोल्लास के साथ मना कर देश की सेवा में समर्पित होने वाले पवन यादव शनिवार को बलिदान हो गए। इसके बाद मिली सूचना के आधार पर बूढ़े मां-बाप अपने बच्चों की शहादत पर विलाप करते नजर आए तो मौजूद लोगों की भी आंखें भर आईं। हालांकि अभी तक आधिकारिक रूप से यह स्पष्ट नहीं हुआ कि शाहिद आर्मी के जवान पवन यादव का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव कब आएगा। लेकिन घटना की जानकारी मिलते ही हजारों लोगों की संख्या में लोग उनके घर पर श्रद्धांजलि देने पहुंच गए।

सेना के द्वारा मिले आवास पर प्रयागराज में पत्नी सुमन व बच्चे रह रहे थे। इसके बाद सूचना मिलते ही 12 साल का तेजस और 6 साल की बेटी तन्वी भी अपनी मां के साथ गांव देर रात पहुंच गए। इधर गांव में पहले से ही पिता सत्येंद्र यादव व माता गोमती देवी रह रही थी। परिवार एक और शाहिद पवन यादव के निधन पर दुख जता रहा है तो वहीं दूसरी ओर देश के लिए काम आने वाले वीर सपूत के लिए गर्व भी महसूस कर रहा है। हालांकि परिजनों की ओर से जानकारी दी गई कि कुछ ही महीनों बाद उनका रिटायरमेंट होना था जिसके बाद कल्याणपुर के मंधना में आवास बनाकर परिवार के साथ रहने की योजना भी थी। लेकिन ईश्वर को कुछ और मंजूर था और शनिवार की दुर्घटना में उनकी जान चली गई। अपार दुख की इस घड़ी में बलिदानी के घर परिजनों को सांत्वना देने के लिए आर्यनगर सपा विधायक अमिताभ बाजपेई एवं सपा जिलाध्यक्ष मुनीन्द्र शुक्ला पहुंच रहे हैं।

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