Janmashtami 2024: सर्वार्थ सिद्धि योग में मनाई जाएगी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी...वृषभ राशि में चंद्रमा, रोहिणी नक्षत्र होने से विशेष योग

Janmashtami 2024: सर्वार्थ सिद्धि योग में मनाई जाएगी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी...वृषभ राशि में चंद्रमा, रोहिणी नक्षत्र होने से विशेष योग

कानपुर, अमृत विचार। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व सोमवार को सर्वार्थसिद्धि योग में मनाया जाएगा। वृषभ राशि में चंद्रमा होने और रोहणी नक्षत्र के मिलन से यह संयोग बना है। ज्योतिषाचार्य पं. मनोज कुमार द्विवेदी ने बताया भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाया जाने वाला श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व इस बार बेहद खास है। पुराणों के अनुसार श्रीकृष्ण का जन्म मध्यरात्रि व्यापनी अष्टमी तिथि और रोहणी नक्षत्र में हुआ था। सर्वार्थ सिद्धि योग के कारण श्रीकृष्ण जन्माष्टमी सुख, समृद्धि और मनोवांछित फल देने वाली है।

इस बार जन्माष्टमी पर जयंती योग का भी शुभ संयोग है। मान्यता है कि बुधवार और सोमवार को जन्माष्टमी होने पर जयंती योग बनता है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार रोहिणी नक्षत्र 26 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 55 मिनट पर शुरू होकर 27 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 38 मिनट तक रहेगा। रोहिणी को चंद्रमा की पत्नी माना जाता है और इस दिन चंद्रमा अपने उच्च अंश वृषभ राशि में होगा।

ग्रहों की यह दशा पूजा अर्चना के लिए विशेष फलदायी सिद्ध हो रही है। गृहस्थों के लिए 26 अगस्त को जन्माष्टमी मनाना शुभ है। स्मार्त और वैष्णव संप्रदाय के लोग अलग-अलग दिन इसलिए जन्माष्टमी मनाते हैं क्योंकि स्मार्त संप्रदाय उदया तिथि को महत्व नहीं देते हैं, जबकि वैष्णव उदयकाल को मानता है। 26 अगस्त को उदयातिथि में अष्टमी तिथि का संयोग भी है।

जेके मंदिर में वैष्णो देवी, अमरनाथ गुफा के सेट व सांस्कृतिक कार्यक्रम

श्री राधा कृष्ण मंदिर (जेके मंदिर) में रविवार को जन्माष्टमी महोत्सव की शुरुआत वेद पाठियों के मंत्रोच्चार से हुई। पहले दिन कलाकुंज ग्रुप के कलाकारों ने संगीत, नाट्य और नृत्य से सजी कृष्ण लीला की मनमोहक प्रस्तुति दी। रिदम ग्रुप ने देवकी- वासुदेव विवाह व भविष्यवाणी का नाट्य मंचन किया। स्वरांजलि ग्रुप ने कृष्ण लीला झांकी प्रस्तुत की।   मंदिर में आकर्षक फूलों का शृंगार किया गया था। मंदिर में माता वैष्णो देवी और बाबा अमरनाथ गुफा मंदिर का भव्य सेट लगाया गया है। मीडिया प्रभारी नरेंद्र विष्ट ने बताया कि  दोनों धार्मिक स्थलों की छवि का हूबहू उतारा गया है। 31 अगस्त सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।  श्रद्धालुओं ने मंदिर स्थित ‘कान्हकोठी’ से शृंगार, आभूषण एवं पूजन सामग्री की खरीद की और मेला का आनंद उठाया। 

इस्कान में चांदी के 108 कलशों से अभिषेक

श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के लिए इस्कॉन मंदिर में श्री राधा माधव की रत्न जड़ित पोशाक तैयार की गई है। पूरे दिन मंदिर के कपाट खुले रहेंगे। रात 11:30 बजे से श्री राधा माधव का 108 चांदी के कलशों से अभिषेक होगा और 1008 व्यंजनों का भोग लगेगा। रात 12 श्री कृष्ण के प्राकट्य समय पर मृदंग ध्वनि और करताल की झंकार के साथ संकीर्तन और महा आरती होगी। उधर, सनातन धर्म मंदिर में कृष्ण लीला के प्रसंग के साथ रामायण से जुड़ी 28 झांकियां देखने को मिलेंगी।

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