लखीमपुर खीरी : सरकारी स्कूलों की अव्यवस्थाओं पर भड़कीं डीएम, प्रधानाध्यापिका जवाब तलब

बच्चों से पढ़वाकर देखी किताब, तेंदुआ के स्कूल में नहीं मिली शिक्षक डायरी

लखीमपुर खीरी : सरकारी स्कूलों की अव्यवस्थाओं पर भड़कीं डीएम, प्रधानाध्यापिका जवाब तलब

लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। बेसिक स्कूलों में हावी अव्यवस्थाएं एक-एक कर डीएम के निरीक्षण में सामने आ रही हैं। बुधवार को डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल फूलबेहड़ ब्लॉक के संविलियन विद्यालय ओदरहना और प्राथमिक विद्यालय तेंदुआ पहुंचीं। पढ़ाई एवं सफाई संग छात्रों और शिक्षकों की उपस्थिति चेक की। स्कूल में शिक्षक डायरी न मिलने पर तेंदुआ की प्रधानाध्यापिका से जवाब तलब करने के लिए बीएसए को निर्देशित किया। साथ ही ब्लॉक एवं जिला टास्क फोर्स के सदस्यों को निरीक्षण के नाम पर खानापूर्ति करने के बजाय अव्यवस्थाओं को दुरुस्त कराने के लिए कहा।

बुधवार सुबह डीएम 08:35 बजे संविलियन विद्यालय ओदरहना पहुंची। सातवीं कक्षा के ब्लैकबोर्ड पर बना फूल देखकर छात्रा आफरीन का दुलार कर प्रशंसा की। यह फूल बनाया है। इसपर उन्होंने आफरीन के सिर पर हाथ फेरकर दुलारा और प्रशंसा करते हुए आशीर्वाद दिया। कक्षा में छात्रों से किताब पढ़वाकर रीडिंग स्किल चेक की। कक्षा छह में शिक्षण कार्य कर रहीं शिक्षिका रुपिंदर कौर से फर्नीचर कम होने का कारण पूछा, शिक्षिका ने बताया कि फर्नीचर टूट गया है। इस पर डीएम ने कहा कि जिन स्कूलों में फर्नीचर क्षतिग्रस्त हैं, उसकी मरम्मत कराएं, जिससे छात्रों को असुविधा न हो। एडीओ पंचायत को स्कूल की बाउंड्रीवॉल बनवाने के निर्देश दिए। डीपीआरओ विशाल सिंह, बीएसए प्रवीण तिवारी सहित बीईओ मौजूद रहे।

एक ही कक्षा में सारे बच्चे मिलने पर भड़कीं डीएम
09:20 पर डीएम प्राथमिक स्कूल तेंदुआ पहुंची। वहां एक ही कक्षा में सभी बच्चे मिलने पर इसका कारण पूछा। शिक्षिका माधुरी पांडेय ने कहा कि बारिश होने से बच्चे कम आए है। डीएम के एक ही कक्षा में दो शिक्षक कैसे पढ़ाएंगे के सवाल पर शिक्षिका बगले झांकती नजर आई। इस दौरान डीएम ने प्रधानाध्यापिका शीला देवी से शिक्षक संदर्शिका और डायरी तलब की। शीला देवी ने घर होना बताया। इससे नाराज डीएम ने प्रधानाध्यापिका से स्पष्टीकरण तलब करने के लिए बीएसए को निर्देश दिए। साथ ही शिक्षक संदर्शिका व शिक्षक डायरी का अनिवार्य रूप से दैनिक प्रयोग करने के निर्देश दिये। 

गैस चूल्हा खराब होने पर लगाई फटकार
डीएम तेंदुआ स्कूल के रसोई घर भी पहुंची। वहां गैस चूल्हा खराब होने पर चूल्हे पर खाना बनता पाया। इस पर संबंधित को फटकार लगाकर चूल्हा सही कराने के निर्देश देकर बच्चों को पीने के लिए दिए जाने वाले दूध का बर्तन देखा और कितनी मात्रा में दिया जा रहा है इसकी जानकारी ली। दूध और भोजन मिलने की सच्चाई जानने के लिए बच्चों से सवाल जवाब किए। रोस्टर अनुसार स्कूल में बन रही तहरी में सोयाबीन की बरी पर्याप्त मात्रा में उपयोग करने के लिए कहा। इसके बाद गांव का भ्रमण कर ग्रामीणों से बात की। स्कूल जाने वाले मार्ग पर जलभराव देखकर बीडीओ को मरम्मत कराने के निर्देश दिए, जिससे बच्चों को विद्यालय जाने में जलभराव समस्या न बने।