लखनऊ: 'ओपीडी बंद होने की स्थिति में भी मिले इलाज', उपमुख्यमंत्री ने सिविल अस्पताल का किया औचक निरीक्षण
- टूडी ईको मशीन के लिए जारी किया 37 लाख रुपये का बजट
लखनऊ, अमृत विचार : उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक शनिवार दोपहर करीब 12 बजे अचानक हजरतगंज स्थिति डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल निरीक्षण करने पहुंचे। जहां उन्होंने स्ट्रेचर पर दो मरीजों को लेटे हुए देखा। जानकारी करने पर पता चला कि दोनों मरीज गैर जनपद से इलाज के लिए आए है। लेकिन महीने का दूसरा शनिवार होने से ओपीडी हाफ डे थी। आने में देरी के कारण मरीजों को इलाज मिलने में दिक्कत हो रही है। इस पर उन्होंने अस्पताल प्रशासन को निर्देशित किया कि कोई भी मरीज बिना इलाज न लौटाया जाए। ओपीडी बंद होने की स्थिति में भी उसे इलाज मुहैया कराया जाए।
इस दौरान उन्हें पता चला कि टूडी ईको (टू डेमेंशन ईकोकार्डियोग्राफी) की जांच मशीन खराब है। उन्होंने तत्काल 37 लाख रुपये नई ईको मशीन के लिए स्वीकृत कर दिए। अब सिविल अस्पताल में दिल के मरीजों को राहत मिलेगी। उनकी टू डी ईको की जांच आसानी से हो सकेगी। इससे पहले जो मशीन लगवाई गई थी वह काफी समय से खराब चल रही थी।
अस्पताल की हृदय रोग ओपीडी में रोजाना 200-250 मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। जिसमें से करीब 10-15 मरीजों को इको की जांच लिखी जाती है। अस्पताल में एक वर्ष पहले तक ईको जांच होती थी। लेकिन मशीन के खराब होने के बाद जांच बंद हो गई। कई बार ऑपरेशन के लिए मरीजों को ईको न होने के चलते लंबा इंतजार करना पड़ता है। निजी केंद्रों में जांच के लिए 800 से दो हजार रुपये तक चुकाने होते हैं।
उपमुख्यमंत्री आए थे एक्स-रे कक्ष तक गए थे, उसके बाद सीएमएस से बातचीत कर ईको जांच मशीन के लिए बजट स्वीकृत किया है-डॉ. सुनील भारतीय, निदेशक सिविल अस्पताल