पीलीभीत: डीएम को दुखड़ा सुना महिला ने खाया जहर..बेसुध मिलने पर दौड़े अफसर
पीलीभीत, अमृत विचार। दुकान चलाने को लिए गए लोन को चुकता करने के बजाय बेटा परिवार को छोड़कर चला गया। गलत चाल -चलन को लेकर परिवार उसे पहले ही बेदखल कर चुका था। इधर, बैंक की तरफ से लोन की रिकवरी को लेकर दबाव बढ़ा और आरोप है कि बैंक के अधिकारियों ने प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। इससे हताश महिला ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर बैंक मैनेजर के खिलाफ शिकायती पत्र देते हुए पहले डीएम को दुखड़ा सुनाया। फिर परिसर में ही स्थित पार्क में जहरीला पदार्थ खाकर जान देने की कोशिश की। महिला को गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज भर्ती कराया गया है। घटना के चलते कलेक्ट्रेट में हड़कंप मचा रहा।
बीसलपुर कस्बे के मोहल्ला दुर्गाप्रसाद की रहने वाली रेखा रानी पत्नी राजेश्वर प्रसाद ने जिलाधिकारी से मुलाकात की। इस दौरान दिए गए शिकायती पत्र में बताया कि उसके पुत्र विकास गंगवार ने एक लोन बैंक ऑफ इंडिया शाखा बीसलपुर से दुकान चलाने के लिए लिया था। जिसमें वह बतौर गवाह दर्ज हैं। बेटे का चाल चलन ठीक नहीं था। वह दुकान बंद करके बीसलपुर से कहीं और चला गया, न ही परिवार से कोई मतलब रखता है। उन्होंने व पति ने बेटे को करीब चार साल पहले बेदखल भी कर दिया था। पति मानसिक रुप से अस्वस्थ होने के साथ ही दिव्यांग हो चुके हैं। मकान समेत अन्य संपत्ति पति की बीमारी के इलाज में बिक चुकी है। परिवार पूरी तरह से असहाय स्थिति में आ चुका है।
आरोप लगाया कि बैंक मैनेजर करीब पांच माह से बहुत परेशान कर रहे हैं। बैनामा कैंसिल करवाने और मकान को कुर्क कर जब्त कराने की धमकी दी जा रही है। चार साल से मकान बंद रहा। बिजली का बिल गलत तरीके से निकाल रखा है। जबकि बिल जमा हो चुका है। बैंक मैनेजर की प्रताड़ना से वह डिप्रेशन में आ चुकी है। किसी भी समय कोई कदम उठाकर जीवन लीला को समाप्त करने पर बाध्य हो जाएंगे। समस्या का निराकरण कराने की गुहार लगाई।
बताते हैं कि जिलाधिकारी से मुलाकात करने के बाद महिला बाहर आकर कलेक्ट्रेट परिसर में ही बने पार्क में पहुंच गई। वहीं पर अपने साथ लाया जहरीला पदार्थ खा लिया। कुछ देर में ही महिला पार्क के परिसर में बेसुध होकर गिर गई। इस बीच अन्य कामकाज से आए लोगों की नजर महिला पर पड़ी। जिसके बाद जहरीला पदार्थ खाने का पता चलते ही प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया। तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए। आनन-फानन में एंबुलेंस से महिला को मेडिकल कॉलेज लाया गया। डॉक्टरों की टीम भी पहले से अलर्ट हो चुकी थी। ऐसे में तत्काल महिला को इमरजेंसी में भर्ती कर इलाज किया गया। उसकी हालत में सुधार बताया जा रहा है। अधिकारी मामले की छानबीन में जुटे रहे।
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