खुद के नाम से चलाएं अपना ढाबा-रेस्टोरेंट, न करें गुमराह :शांडिल्य महाराज 

महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा, बीमा और  डिजिटल आईडी जारी करने की  मांग

खुद के नाम से चलाएं अपना ढाबा-रेस्टोरेंट, न करें गुमराह :शांडिल्य महाराज 

प्रयागराज, अमृत विचार। कांवड़ मार्ग पर रेस्टोरेंट व ढाबों पर नेमप्लेट लगाने के मामले में प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर पीठाधीश्वर श्रीमद्भगदगुरु नारायणाचार्य शांडिल्य महाराज ने समर्थन करते हुए कहा कि खुद और अपने दुकान का नाम बदलकर हिंदुओं को भ्रमित करने का काम मुसलमान बंद कर दें। उन्होंने कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि अपने असली नाम और धर्म की पहचान छिपाकर इस तरह का खेल अब नहीं चलने वाला है।

शांडिल्य महाराज ने कहा कि महाकुंभ में देश भर से करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु संगम के तट पर जुटेंगे। ऐसे में सरकार को उनकी सुरक्षा के भी विशेष प्रबंध करने होंगे। पहले कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं का बीमा होता था ताकि मेले में यदि किसी भी श्रद्धालु के साथ कोई अप्रिय घटना घटित होती है तो उसके परिवार को बीमा की धनराशि मिल सके। इस संबंध में मुख्यमंत्री से भी मुलाकात कर हम संत समाज इसकी मांग करेंगे। शांडिल्य महाराज ने कहा कि देश भर से जो श्रद्धालु महाकुंभ में आ रहे हैं उन्हें शासन-प्रशासन की ओर से डिजिटल आईडी कार्ड जारी किया जाना चाहिए, ताकि सरकार के पास प्रत्येक श्रद्धालुओं का ब्योरा उपलब्ध हो। 

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