Unnao: रिश्तों का कत्ल: प्रेमी के लिये मां बन गई थी डायन, सुपारी देकर करा दी अपने ही बेटे की हत्या, पढ़ें पूरा मामला
उन्नाव (नवाबगंज), अमृत विचार। अजगैन कोतवाली क्षेत्र के लखनऊ-कानपुर हाईवे किनारे दरबारी खेड़ा गांव के पास कुएं में कानपुर के कपड़ा कारोबारी की गला रेतकर हत्या के बाद शव बीती पांच जून को फेंका गया था। डेढ़ महीने बाद पुलिस हत्या के रहस्य से पर्दा उठा पाई। एएसपी दक्षिणी के मुताबिक युवक की हत्या उसकी मां ने अपने प्रेमी द्वारा भेजे युवक से ढाई लाख रुपए की सुपारी देकर कराई थी। पुलिस ने मां व उसके प्रेमी सहित सुपारी किलर को गिरफ्तार किया है।
बता दें कि कोतवाली क्षेत्र के क्षेत्र दरबारी खेड़ा गांव के सामने लखनऊ-कानपुर हाईवे किनारे एक कुएं से कानपुर के अनवरगंज थानाक्षेत्र के इस्तखाराबाद मोहल्ला निवासी नदीम पुत्र स्व. नईम का रक्तरंजित शव मिला था। पास में खड़ी बाइक के नंबर से पुलिस ने उसके परिजनों को बुलाकर शिनाख्त कराई थी। कानपुर के थाना बाबू पुरवा निवासी उसके मामा ताहिर हुसैन पुत्र यूनुस ने भांजे की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
तभी से खुलासे के लिए अजगैन पुलिस व सर्विलांस टीम लगी थी। एएसपी दक्षिणी प्रेमचंद ने शनिवार को घटना का खुलासा करते हुए बताया कि शुक्रवार को मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने उन्नाव रेलवे स्टेशन से राजस्थान प्रांत के जिला अजमेर के थाना गंज के मोहल्ला लौंगिया नवल नगर निवासी सलीम (46) पुत्र सद्दीक को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में उसने बताया कि दिवंगत नदीम की मां आफरा बेगम व उसके प्रेमी अजमेर के कोडरा पसन्द थाना क्रिसचदगंज निवासी हासम अली (43) पुत्र कासम से ढाई लाख रुपये देने की बात कहकर नदीम की हत्या कराई थी।
इसका कुछ रुपया अभी बाकी भी है। पुलिस ने नदीम की मां आफरा व उसके प्रेमी को उन्नाव के आजाद मार्ग के पास से गिरफ्तार किया। उनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चाकू भी मांस फैक्ट्री के पास से बरामद किया। तीनों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। घटना का खुलासा करने वाली टीम में एसएचओ अवनीश सिंह, अपराध निरीक्षक राम नारायण व सर्विलांस टीम से हेड कांस्टेबल राधेश्याम शामिल थे।
सौतेला बेटा बताकर कराई थी हत्या
नदीम की मां व प्रेमी ने सुपारी देते समय सलीम को सौतेला बेटा होने की बात बताई थी। साथ ही कहा था कि वह उसे घर से निकालना चाहता है। इस पर सलीम रुपए के लिए हत्या करने को तैयार हो गया। वहीं आफरा बेगम (50) अपने प्रेमी के साथ राजस्थान में रहना चाहती थी।
इसके लिए वह दुकान व मकान बेचने पर तुली थी। लेकिन इकलौता बेटा नदीम इसका विरोध करता था। योजना बनाकर मां ने सलीम को दूर का रिश्तेदार बताकर घुमा कर लाने को कहा। इसके बाद वह नदीम को बहाने से बाराबंकी चलने की बात कह कर ले आया। दोनों चार जून को निकले और सुनसान जगह उसने नदीम को मार दिया।