प्रयागराज: महाकुंभ-2025 सुरक्षित, दिव्य और भव्य होगा: सीएम योगी

अधिकारियों को गुणवत्ता के साथ निर्धारित समयसीमा में कार्यों को पूर्ण कराने का दिया निर्देश

प्रयागराज: महाकुंभ-2025 सुरक्षित, दिव्य और भव्य होगा: सीएम योगी

प्रयागराज, अमृत विचार। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को सर्किट हाउस के सभागार में महाकुम्भ-2025 को स्वच्छ, सुरक्षित, ग्रीन, दिव्य एवं भव्य रूप से आयोजित किए जाने के सम्बंध में की जा रही तैयारियों की समीक्षा बैठक अधिकारियों संग की। बैठक में मुख्यमंत्री ने सभी विभागों के अधिकारियों को अपने कार्यों को निर्धारित समय सीमा में गुणवत्ता के साथ अनिवार्य रूप से पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिया। 

उन्होंने बैठक में सभी विभागों के कार्यों की बिंदुवार समीक्षा की। कुम्भ मेलाधिकारी विजय किरण आनन्द ने मुख्यमंत्री को महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत विभागों के द्वारा कराये जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। सीएम ने एयरपोर्ट के पास माफियाओं से मुक्त करायी गयी जमीन पर मथुरा में बने कृष्णा कुटीर की भांति बेहतरीन महिला संरक्षण गृह बनाये जाने का प्रस्ताव बनाकर भेजने के लिए कहा। जिसमें वृद्ध व निराश्रित महिलाओं के साथ-साथ वे बच्चियां जो पारिवारिक प्रताड़ना व अन्य कारणों से घर से निकल व बिछड़ जाती है, वे वहां रह सके व उन्हें स्वरोजगार का अवसर भी प्राप्त हो सके। 

सीएम योगी ने कहा कि प्रयागराज विकास प्राधिकरण के द्वारा माफियाओं से मुक्त जमीनों पर गरीबों के लिए आवास बनाये गये थे, उसी प्रकार माफियाओं से मुक्त जमीन पर गरीबों के लिए और आवास बनाये जाने के लिए तैयारी करें। मुख्यमंत्री ने नगर निगम के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि शहर के अंदर प्रचार के लिए लगाये गये होर्डिंग के स्थान पर नगर निगम के द्वारा या पीपीपी मोड पर डिस्प्ले बोर्ड लगाये जाए। जिससे एक ही डिस्प्ले बोर्ड पर कई विज्ञापन एक साथ प्रसारित किए जा सकेंगे। 

उन्होंने कहा कि मुम्बई व लखनऊ की घटना से हमें सबक लेते हुए घरों के ऊपर जो बड़े-बड़े होर्डिंग लगे हुए है, उन्हें हटाया जाए। कुम्भ-2019 में मेला क्षेत्र व शहर के अंदर साइनेजेज लगाये गये थे, इस बार उन्हें हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत के साथ-साथ क्षेत्रीय भाषाओं में भी लगाये जाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में जिस क्षेत्र में नेपाली, तमिल सहित अन्य स्थानों के लोगों की आने की ज्यादा सम्भावना रहती है, वहां पर अन्य भाषाओं के साथ-साथ उनकी क्षेत्रीय भाषाओं में साइनेजेज लगाये जाए। 

उन्होंने मेला क्षेत्र के साथ-साथ शहर में भी जनसुविधाएं बढ़ाने एवं पार्किंग स्थलों व स्टेशनों के आस-पास भी अच्छे टॉयलेट, रैनबसेरे, लोगो के बैठने व रूकने के लिए उत्तम व्यवस्थायें एवं सुविधाएं देने के लिए निर्देशित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब कुम्भ स्वच्छ होगा, तो वही स्वच्छ कुम्भ ही सुरक्षित कुम्भ में बदलेगा और हमें फिर से स्वच्छता, सुरक्षा व सुव्यवस्था का एक नया मॉडल देखने को मिलेगा और तभी यह भव्य, दिव्य कुम्भ के रूप में वैश्विक मान्यता प्राप्त करेगा। अखाड़ा परिषद, संतो व आश्रमों से जुड़े हुए लोगो के साथ हमारा निरंतर संवाद होना चाहिए। 

उन्होंने कहा कि द्वादश माधव व भारद्वाज आश्रम प्रयागराज की पहचान है इसलिए इस बार हमें यहां पर और विशेष ध्यान देना होगा, जिससे हम इनकी पुरातन पहचान व वैभव वापस दिला सके। नाविकों को प्रशिक्षण व लाइफ जैकेट उपलब्ध करायें जाने के साथ ही उनके साथ बैठक कर एक रेट फिक्स करने का भी निर्देश दिया गया। 

उन्होंने मैनपॉवर जैसे सफाई कर्मी, जलआपूर्तिकर्ता, विद्युत विभाग से जुड़े लोगो की टेªनिंग कराये जाने और उन्हें नेम प्लेट, यूनिफार्म व पहचान यूनिक कोड़ दिए जाने के लिए कहा है, जिससे कौन व्यक्ति किस प्रकार का कार्य कर रहा है, इसकी पहचान हो सके। इस कुम्भ को एक भव्य, दिव्य व ग्रीन कुम्भ के रूप में स्थापित करना है, इसके लिए अभी से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित करने की कार्रवाई की जाये।  

उन्होंने मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं के प्रति पुलिस का अच्छा व्यवहार हो, इसके लिए उन्हें अच्छे ढंग से प्रशिक्षित किए जाने निर्देश दिया है। उन्होंने विद्युत विभाग के लाइन मैन, मीटर रीडर, जेई, एई व अन्य सम्बंधित अधिकारियों की अच्छे ढंग से काउसलिंग व प्रशिक्षण कराये जाने के लिए कहा। जिससे कि मेला में किसी भी तरह से विद्युत आपूर्ति बाधित न हो। मुख्यमंत्री ने संगम क्षेत्र पहुंचकर बड़े हनुमान जी का दर्शन एवं पूजन भी किया।

ये भी पढ़ें- प्रयागराज: जानिए 8 साल बाद जेल से छूटने वाला कौन है उदयभान करवरिया? कैसे शुरु हुई जवाहर पंडित से अदावत